गलत इरादे रखने वाले सबसे शातिर कारोबारी हैं विजय माल्या
एजेंसी/ करीब एक महीने तक किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े दस्तावेजों की गहरी छानबीन के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में शराब कारोबारी विजय माल्या को कॉरपोरेट इंडिया में गलत इरादे रखने वाला ‘सबसे शातिर दिमाग’ करार दिया है.
ईडी से जुड़े सूत्रों ने ‘आज तक’ को बताया कि विजय माल्या ने देश और विदेश में कई फर्जी कंपनियां बनाईं और उनके जरिए पैसों की हेराफेरी की. सूत्रों के मुताबिक, ‘एजेंसी ने अब तक हर तरह के कॉरपोरेट एक्जीक्युटिव पर नजर रखी है लेकिन माल्या जैसा शातिर नहीं मिला, जिसे अपने हर गुनाह का कानूनी दांव-पेंच पता है.’
माल्या से जुड़ी 40 कंपनियों पर ईडी की नजर
देश के 17 बैंकों से करीब 9000 करोड़ रुपये लोन लेकर वापस न करने वाले माल्या से जुड़ी करीब 30 से 40 कंपनियों के बारे में ईडी जांच कर रहा है. उनमें से ज्यादातर कंपनियां फर्जी पते पर हैं और उनके डायरेक्टर भी फर्जी हैं. माल्या ने करीब 20 अलग-अलग कंपनियों के नाम पर बेइमानी से पैसा निकाला. इनमें से ज्यादातर कंपनियां विदेशों में हैं. अब एजेंसी निजी और सरकारी क्षेत्र के बैंकों से इन कंपनियों के संबंध में जानकारी हासिल करके कार्रवाई करने की योजना बना रही है.
विदेश में रजिस्टर कंपनियों की जांच में मुश्किल
सूत्रों ने बताया कि कार्रवाई के लिए एक बार ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े सबूत मिलना और संदिग्ध कंपनियों से जुड़े दस्तावेज मिलना जरूरी है. अगर कंपनियां विदेश में रजिस्टर हैं तो फिर प्रक्रिया और कठिन हो जाएगी. इसके अलावा सीबीआई माल्या की उन 77 कंपनियों की लिस्ट की पड़ताल कर रही है जो अलग-अलग देशों में हैं.
ईडी ने भी की पुष्टि
मौजूदा समय में सीबीआई और ईडी दोनों एजेंसियां माल्या पर लगे आरोपों और 9400 करोड़ रुपये गबन के मामले में जांच कर रही हैं. ईडी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि माल्या के नाम पर रजिस्टर्ड जिन कंपनियों के नाम सामने आए हैं उनकी जांच सीबीआई कर रही है. ईडी ने किंगफिशर एयरलाइंस को सवालों की एक लिस्ट भी भेजी हैं हालांकि अब तक उनमें से किसी जवाब नहीं मिला है.