गाँव का झगड़ा गांव में सुलझाएं, कोर्ट कचेहरी हम क्यों जाएं
अयोध्या कोतवाली क्षेत्र में कुल मिलाकर 857 पुलिस मित्र बनाएं गए,
एसएसपी ने नवनियुक्त दर्जनों पुलिस मित्रों को बांटा परिचय पत्र
अयोध्या-फैजाबाद। वरिष्ट पुलिस अधिक्षक अनंतदेव ने गुरूवार को राम कथा संग्रहालय में पुलिस मित्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गंाव का झगड़ा गांव में सुलझाएं, कोर्ट कचेहरी हम क्यों जाएं। उन्होंने सामुदायिक पुलिसिंग का ग्राम व शहर स्तर पर एस 7 व एस 10 स्वरूप के तहत बनाएं गए सभी पुलिस मित्रों को बताया कि गांव व शहर में विकास के लिए शांति सुरक्षा बनाएं रखने के लिए सबका सहयोग अपेक्षित हैं। इसी को ध्यान में रखते पुलिस मित्र बनाएं जा रहे है, ताकि क्षेत्र में कोई अशांति, घटना और समुदाय विशेष का तनाव न होने पाए। एसएसपी ने बताया कि एस 7 में हिन्दू समाज के 7 संभ्रंात लोग शामिल किए गए है। जबकि मिश्रित आबादी में 5 हिंदू व 5 मुस्लिम समाज के चुने गए प्रधान, सभासद व प्रभावशाली लोग रखे गए है। इस दौरान एसपी सिटी उदय शंकर ने कहा कि अयोध्या संवेदनशील क्षेत्र है। ऐसे में मठ, मंदिर, होटल संचालकों आदि सक्रियता बरते और सीसीटीवी जरूर लगवा ले। इसी के चलते पुलिस मित्र बनाएं जा रहे है, ताकि क्षेत्र में शांति सुरक्षा बने रहे। कार्यक्रम में आएं लोगों के प्रति सीओ दिनेश कुमार द्विवेदी ने आभार जताएं। कार्यक्रम का संचालन दरोगा श्रीनिवास पाण्डेय ने किया। इस दौरान कोतवाल राजेश सिंह ने बताया कि अयोध्या कोतवाली क्षेत्र में कुल एस 7 के 520 एस 10 के 237 एवं डिजिटल वालंटियर के 100 पुलिस मित्र बनाए गए है। श्री सिंह ने बताया कि कुल मिलाकर संभ्रांत पुलिस मित्रों की संख्या अब 857 हो गई है।
इस बैठक में अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के सभी पुलिस मित्र और क्षेत्र के पुलिस अधिकारीगण शामिल रहे। जिनमें प्रमुख रूप से अब्दुल कादिर, शैलेंद्र मणि पाण्डेय, नागा राम लखनदास, महंत बृजमोहनदास, महंत रामदास, महंत गिरीशदास, छंगू प्रधान, निद्धू भाई, संजय शुक्ला, महंत धनुषधारी आदि शामिल रहे।
पत्रकार भी बने पुलिस मित्र
अयोध्या। पुलिस मित्र बनकर सहयोग करने के लिए अयोध्या के कुछ पत्रकारों ने भी अब कमर कस ली है। यहा के कई पत्रकार पुलिस मित्र बनकर परिचय पत्र आज एसएसपी अनंनदेव से प्राप्त किए है।सीओ दिनेश कुमार द्विवेदी ने सख्त आदेश दिया है कि कार्तिक मेला के दौरान जर्जर मकान के मालिक महंत उसमें जाला बंद कर दे। उसको किराएं पर न दे और न ही उसमें यात्री ठहराए। अन्यथा कोई घटना होने पर वे खुद जिम्मेदार होंगे और उनके बिरूद्ध केस दर्जकर जेल भेजा जाएगा। एसएसपी अनंतदेव ने पुलिस मित्रों को शंकल्प दिलाण्ं िकवे अपने कर्तव्य व दायित्व का पूर्णतः निर्वहन करेंगे। परिचय पत्र का व दुरपयोग वे कदापि नहीं करेंगे।