उत्तराखंडराज्य

गांव में घुसा पानी, 80 एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद

उप्र सिंचाई कर्मियों ने दूनी डैम पर बने बैराज के सभी 11 फाटक बंद कर दिए थे। इससे पानी ओवरफ्लो हो गया और दाह गांव की ओर रुख कर दिया। इससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई।

खटीमा: उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने दबंगई दिखाते हुए दूनी डैम बैराज के सभी फाटक बंद कर दिए। इससे पानी ओवरफ्लो होकर दाह फार्म गांव में घुस गया। ग्रामीणों की करीब अस्सी एकड़ गेहूं की फसल जलमग्न हो गई।

ग्रामीणों ने बंद फाटक को खोलने के लिए सिंचाई कर्मियों से आग्रह किया, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। इसको लेकर उनकी नोकझोंक भी हुई। बाद में ग्रामीणों ने जबरन खुद ही दो फाटक खोल दिए, जिससे पानी आबादी की जाने से रुक गया। ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

मझोला ग्राम प्रधान पति गोविंद राम ने बताया कि उप्र सिंचाई कर्मियों ने चार दिन पूर्व दूनी डैम पर बने बैराज के सभी 11 फाटक बंद कर दिए थे। इससे पानी ओवरफ्लो हो गया और दाह गांव की ओर रुख कर दिया। इस पानी से ग्रामीणों की 80 एकड़ भूमि पर लगी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। ग्रामीणों ने ठेके पर लेकर फसल लगाई थी। फसल बर्बाद होने से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान होगा। गुस्साए ग्रामीणों ने बैराज के पास नारेबाजी कर आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने कहा कि उप्र ङ्क्षसचाई विभाग दबंगई दिखाकर ग्रामीणों का शोषण कर रहा है। अपने फायदे के लिए ग्रामीणों का नुकसान नहीं देखते हैं। इस मौके पर अवतार सिंह, सुखदेव सिंह, शेर सिंह, हरविंदर सिंह, झुटटा सिंह, चरन कौर, राजविंदर, जगीर कौर, परमजीत कौर आदि मौजूद थे।

इन किसानों की फसल हुई खराब

दाह गांव के खेतों में पानी भरने से मलकीत सिंह की बीस एकड़, रोशन लाल की चौदह एकड़, रहीश उद्दीन की आठ एकड़, कक्का सिंह, मक्खन सिंह, लखवीर सिंह, काला सिंह, धर्मेद्र, चंदन की पांच-पांच एकड़, अवतार सिंह, रोहनलाल, रंजीत सिंह, रमेंद्र, हरविंदर आदि ग्रामीणों की फसले पूरी तरह खराब हो चुकी हैं।

ग्रामीणों ने लगाया रुपये मांगने का आरोप

ग्रामीणों ने बैराज गेट पर तैनात कर्मी पर पैसे मांगने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि कर्मी पैसे न देने पर गेट बंद करने की बात करता था, इस बार पैसे नहीं दिए तो गेट बंद कर दिया। प्रधान पति गोविंद ने बताया कि सिंचाई कर्मी पैसे के लिए ग्रामीणों से दबाव बनाते रहते हैं।

छह नदियों का पानी आता है दूनीडैम मे

दूनी डैम में परवीन नदी, कैलाश, थनारा, कामन, खकरा, देहवा नदी का पानी पहुंचता है। जिससे दूनी डैम भरा रहता है।

उप्र में सिंचाई के लिए बंद किए फाटक

दूनी बैराज पर तैनात कर्मी महेंद्र सिंह ने ग्रामीणों के आरोप को निराधार बताया। उन्होंने बताया कि उप्र के शाहजहां पीलीभीत, अमरिया, बरेली, शाहजहांपुर गांव में सिंचाई के लिए पानी छोड़ने को फाटक बंद किए हैं। फाटक बंद होने से पानी डीबी फीडर नहर में जाता है।

उन्होंने बताया कि नानकसागर डैम पर मरम्मत कार्य होने की वजह से पानी इस डैम में छोड़ा गया है। जिससे पानी ओवरफ्लो हुआ है। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों की अतिक्रमणकारी बताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों पर जबरन गेट खोला।

मांगी गई रिपोर्ट

खटीमा के एसडीएम विजय नाथ शुक्ल के अनुसार गांव में पानी घुसने की सूचना मिलने पर कैनाल एसडीओ से दूरभाष पर वार्ता कर गेट खोलने को कहा। क्षेत्रीय पटवारी को मौके पर भेजकर स्थिति की रिपोर्ट देने को कहा है।

 

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