गाजा पट्टी से फिर छोड़े रॉकेट, इजरायल ने किया जवाबी हमला
गाजा पट्टी से दो रॉकेट हमलों के बाद सोमवार को इजरायल के लड़ाकू विमानों ने चरमपंथी संगठन हमास के ठिकाने को निशाना बनाया। हमास के कब्जे वाले फलस्तीनी इलाके में हुई जन हानि का पता नहीं लग सका है। इजरायली सेना ने बयान जारी कर कहा है कि हर हमले का सख्ती के साथ जवाब दिया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने से इलाके में फिर से टकराव शुरू हुआ है।
सेना के प्रवक्ता के अनुसार ताजा हवाई हमले में हमास की तीन इमारतें और उनसे जुड़ी सुविधाओं को निशाना बनाया गया। इससे पहले हमास के रॉकेट हमले में इजरायली इलाके का एक मकान नष्ट हो गया जबकि दूसरा रॉकेट खाली स्थान पर गिरा। छह दिसंबर के ट्रंप के आदेश के बाद फलस्तीनी कब्जे वाला गाजा पट्टी, वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में हिंसा भड़क उठी है। इजरायली सुरक्षा बलों के साथ टकराव में अभी तक चार फलस्तीनी मारे गए हैं जबकि दो हमास लड़ाके हवाई हमलों में मरे हैं।
यरुशलम के दर्जे पर कल होगा मतदान
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यरुशलम के अंतरराष्ट्रीय शहर के दर्जे को बरकरार रखने के लिए मंगलवार को सदस्य देश मतदान करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले के विरोध में यह प्रस्ताव मिस्त्र की ओर से आया है। 15 सदस्यीय इस शक्तिशाली परिषद में अमेरिका को किसी अन्य देश का साथ मिलने की उम्मीद नहीं है।
इसलिए माना जा रहा है कि प्रस्ताव रखे जाते ही अमेरिका वीटो लगाकर प्रस्ताव पर आगे की प्रक्रिया को रोक देगा। सुरक्षा परिषद में अमेरिका समेत पांच देश वीटो पावर वाले हैं जो किसी भी मुद्दे से असहमत होने पर उस पर विचार की प्रक्रिया को रोक सकते हैं।