गाजीपुर बॉर्डर से कोई भी किसान गुप्त रूप से नहीं जाएगा दिल्ली: राकेश टिकैत
नई दिल्ली: भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए अधिकारियों से प्रदर्शन स्थलों के पास की सड़कों को फिर से खोलने का आग्रह करते हुए कहा कि गाजीपुर बॉर्डर से कोई भी किसान ‘गुप्त रूप से’ दिल्ली नहीं जाएगा. किसान नेता ने गाजीपुर बॉर्डर पर यह टिप्पणी की. दरअसल, प्रदर्शनकारी किसान संघों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को गुरुवार से संसद के पास जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति मिली है.
हालांकि, संसद के मानसून सत्र के बीच इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती के साथ दिल्ली के बीचों-बीच स्थित जंतर-मंतर पर नौ अगस्त तक प्रदर्शन के लिए अधिकतम 200 प्रदर्शनकारियों को ही अनुमति दी गई है. टिकैत ने कहा कि एसकेएम के अंतर्गत कुल 200 किसान रोजाना बस से जंतर मंतर जाएंगे, जैसा कि अनुमति दी गई है. उन्होंने कहा, “स्थानीय लोगों की परेशानी को कम करने के लिए अधिकारियों द्वारा बंद किए गए विरोध स्थलों के पास की सड़कों को फिर से खोला जाना चाहिए. कोई भी किसान गुप्त रूप से दिल्ली नहीं जाएगा.”
बीकेयू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने एक बयान जारी कर कहा कि वह गाजीपुर बॉर्डर से गाजियाबाद शहर के डाबर चौक तक एक महत्वपूर्ण मार्ग का जिक्र कर रहे हैं, जो नवंबर 2020 में दिल्ली की सीमाओं पर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के कारण प्रभावित हुआ है. मंच से समर्थकों को संबोधित करते हुए, टिकैत ने आगे कहा कि विवादास्पद तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर ‘किसान क्रांति’ के लिए एक ‘देशव्यापी आंदोलन’ आयोजित किया जाएगा. इस बीच, कर्नाटक के किसानों का एक जत्था उनके नेता चुक्की नंजुदावामी के नेतृत्त्व में इस आंदोलन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचा.