गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए 8 ने पिया जहर
एजेन्सी/देशभक्ति और गाय पर चल रही राष्ट्रीय बहस के बीच गुजरात के राजकोट से एक दर्दनाक खबर सामने आ रही है। यहां गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर आठ लोगों ने गुरुवार को दुस्साहसिक कदम उठाते हुए जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। सभी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन की हालत नाजुक बनी हुई है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार मामला गुरुवार को राजकोट कलेक्ट्रेट का है, जहां गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने और देशभर में बीफ पर बैन लगाने की मांग को लेकर कुछ कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान आवेश में आकर आठ लोगों ने जहर पी लिया।
जिस समय यह घटना हुई वहां काफी संख्या में पुलिसबल भी तैनात था। जहर पीने के कारण आठों लोगों की हालत बिगड़ने लगी तो पुलिस उन्हें लेकर तुरंत सिविल अस्पताल पहुंची। जहां आनन फानन में उनका उपचार शुरू हुआ लेकिन हालत बिगड़ने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिसकी पहचान हिंदाभाई वंबाडिया के रूप में हुई।जबकि तीन अन्य की हालत भी गंभीर बनी हुई है। सहायक पुलिस आयुक्त कल्पेश चावड़ा ने बताया कि 35 साल के वंबाडिया उस समूह के सदस्य थे जो राजकोट में कलेक्टर ऑफिस के बाहर गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान ही उन्होंने पुलिस के कुछ सोचने समझने से पहले जहर पी लिया।
हादसे के बाद राजकोट से कांग्रेस के पूर्व विधायक कुवंरजी बवालिया और गो सेवा आयोग के चेयरमैन वल्लभाई कठीरिया पीड़ितों को देखने अस्पताल पहुंचे लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया। इसके चलते वहां काफी देर तक हंगामा चलता रहा। जिसके बाद दोनों को उल्टे पैर लौटना पड़ा।
वंबाडिया की मौत पर गौ रक्षक समिति ने गुजरात बंद का आह्वान किया है। वहीं एसीपी ने बताया कि वह इस मामले की जांच कराएंगे कि कैसे पुलिस की मौजूदगी में आठ लोगों ने जहर का सेवन कर लिया।
अस्पताल में भर्ती अन्य लोगों में कमलेश रबारी, दिनेश लोरिया, अमर धानिधारिया, रघुवीरसिंह जड़ेजा, वाला मारू, विजय सिंधव और दीपक वाघेला हैं।