
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट के पहले दिन भारतीय बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन पर जमकर लताड़ लगाई है। टीम इंडिया ने गुरुवार को चेतेश्वर पुजारा के जुझारू शतक की मदद से 250 रन स्कोरबोर्ड पर टांगे। गावस्कर ने ध्यान दिलाया कि कप्तान विराट कोहली समेत भारत का शीर्ष क्रम अनोखा करने की फिराक में अपने विकेट सस्ते में गंवा बैठा।
महान बल्लेबाज ने साथ ही पहले सत्र में धैर्य से खेलने का महत्व समझाया और चेतेश्वर पुजारा को अपनी सीमाओं में रहकर खेलने के लिए उनकी तारीफ भी की। गावस्कर ने कहा, ‘सीनियर बल्लेबाजों को ऐसा करते देखना हैरानीभरा लगा। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंदों को छेड़ रहे हैं और विरोधी टीम को अपने विकेट सौंपकर लौट रहे हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने उन गेंदों को छेड़ने की कोशिश की, जिसे वह आराम से छोड़ सकते थे। केएल राहुल इस मामले में अपवाद जरूर हो सकते हैं, लेकिन अन्य बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए।’

लिटिल मास्टर ने कहा, ‘पांच दिवसीय टेस्ट मैच का पहला सत्र था। आपके पास बड़ा स्कोर बनाने के लिए दुनिया का समय था। आपको पता है कि कूकाबूरा गेंद करीब 12 या कुछ ज्यादा ओवर स्विंग करेगी। आप फिर मौका बनाकर काफी रन बना सकते थे। मगर हर कोई ऐसे गया कि इसी सत्र में मुझे अपने रन बनाने हैं। अगर यह खिलाड़ी नए होते तो समझ सकते थे, लेकिन सभी अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों से छेड़छाड़ की।’
गावस्कर आगे कहते हैं, ‘अगर ड्रेसिंग रूम में ऐसी बात हुई कि चलो आक्रामक होकर खेलें, गेंदबाजों पर हावी होते हैं, तो यह गलत सोच है। सीरीज की शुरुआत में आपकी यह सोच बिलकुल गलत है। ऑस्ट्रेलियाई सहित कई लोग कह चुके हैं कि सीरीज जीत की दावेदार टीम इंडिया है। तो इसका दबाव कंगारुओं पर है, आपको अपना दिमाग लगाकर बल्लेबाजी करनी है। देखिए पुजारा ने क्या किया। उन्होंने धैर्य के साथ अपनी सीमाओं में रहकर बल्लेबाजी की और कुछ अनोखापन का प्रयास नहीं किया। यह बल्लेबाज कुछ अनोखा करने के कारण आउट हुए।’
गावस्कर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की भी गलती बताई और कहा कि उन्होंने अपने विकेट का भुगतान किया। उन्होंने कहा, ‘विराट क्रीज पर कम समय रहे, लेकिन अपनी गलती के चलते ही आउट हुए। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने अच्छी योजना बनाई क्योंकि उन्होंने विराट को अच्छे से देखा। भारतीय कप्तान ने एक भी गेंद विकेटकीपर तक जाने नहीं दी। जिस गेंद पर वह आउट हुए, वह सातवें स्टंप पर जा रही थी। कोहली उसका पीछा करने गए। उन्हें पता है कि ऐसा करने की जरूरत नहीं थी, लेकिन फिर भी खेला और अपने विकेट की कीमत चुकाई।’