गुरु और शिक्षकों के सम्मान से देश-विदेश में कीर्ति हासिल करें छात्र : राजेंद्र सिंह
एम.काम में सर्वाधिक अंक लाने वाले छात्र अनुपम त्रिवेदी को मिले दो स्वर्ण पदक
विद्यांत कालेज पीजी महाविद्यालय में बी.एन.विद्यांत की 124वीं जयंती समारोह
लखनऊ। प्रदेश के ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के मंत्री राजेंद्र सिंह (मोती सिंह) ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वह गुरु व शिक्षकों का सम्मान करके देश विदेश में अपने कार्यां से यश कीर्ति हासिल करें और कालेज और गुरू का नाम भी रोशन करें। श्री सिंह वी.एन. विद्यान्त की 124वीं जयंती पर विद्यान्त हिन्दू पीजी कालेज में में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने मानव विज्ञान संग्रहालय का लोकार्पण भी किया। श्री सिंह ने एम.काम में सबसे अधिक लाकर दो स्वर्ण पदक और नगद पुरस्कार जीतने वाले अनुपम सुमन त्रिवेदी को सम्मानित किया। श्री सिंह ने कहा कि होनहार विद्यार्थी वी.एन. विद्यांत के जीवन और कार्यों से प्रेरणा लें। श्री विंद्यांत ने अग्रेजों के समय समाज को जागरूक बनाया और अपनी सारी अचल और चल सम्पत्ति शिक्षा के यज्ञ में समर्पित किया। उन्होने शिक्षकों से भी कहा कि भावी पीढ़ी को आदर्श बनाने के कार्य को आगे बढ़ाएं और सच्चे देश भक्त बनाएं। ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के मंत्री ने कहा कि गुरु की शिक्षा के चलते भगवान राम ने वह काम किया जिसके कारण वह पूजे जाते हैं। गुरू की आज्ञा से छात्रों का चहुमुखी विकास हो सकता है। शिक्षा को रोजगार से जोड़ना आवश्यक है। इसके लिए हम सबको सोचना हो। श्री सिंह ने भविष्य में कालेज की प्रगति की कामना की।
लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. सूर्य प्रसाद दीक्षित ने कहा कि शिक्षा को रोजगार परक बनाने के लिए शिक्षकों और सरकार एवं समाज को सोचना होगा। इसके साथ शिक्षा में संस्कार भी जागृत होने चाहिये। शिक्षको को यह पता लगाना चाहिये कि उनके विषय में रोजगार कैसे पैदा हो सकते हैं। इसके लिए अलग से अलग प्रशिक्षण भी दिलाया जाना चाहिये और कौशल विकास से शिक्षा को जोड़ा जाना चाहिये। विद्यालय के प्रबंधक शिवाशीष घोष ने आगन्तुकों का स्वागत करते हुए कहा कि उनके महाविद्यालय के विद्यार्थी खेलकूद शिक्षा संस्कृति आदि हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं और अपना मुकाम स्थापित कर रहे हैं। समाज सेवा में अनेक विद्यार्थियों ने अपना स्थान बनाया है। यह शिक्षकों के लिए गौरव का विषय है। प्रधानाचार्य प्रो धर्म कौर ने कहा कि यहां के छात्र शिक्षा और संस्कृति में कीर्ति का पताका फहरा रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा. शतदल मित्रा ने की और कार्यक्रम का संचालन डा. राम शंकर ने किया। इसके बाद डा. दिलीप अग्निहोत्री के निर्देशन में नृत्यनाटिका शिव तांडव और गंगा छात्र छात्राओं ने मंचित किया। इस अवसर अनुपम सुमन त्रिवेद को के सी सरकार गोल्ड मेडेल, अधिक अंक प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक और तीन हजार का नगद पुरस्कार दिया गया। इनके अलावा आंनद मणि, देवराज, महीमा तिवारी, मो अली, वैष्णवी कनौेजिया, पूजा विश्वकर्मा, अंशिका कश्यप, विशाल विश्वकर्मा, शिवम कश्यप, काजल गौतम, सविता वर्मा, शीतल श्रीवास्तव, को विद्यांत मेडल दिये गए। सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों गोपाल चक्रवर्ती, शिवाशीष घोष, डा. मुकेश श्रीवास्तव सुभाष सरकार आदि ने पुरस्कृत किया। प्रज्ञा अस्थाना, महिमा त्रिपाठी, निशा सिंह, अंकुश, रश्मि, प्रतीक, राहुल, मनोरमा राणा शुभम राव अनुपम जेटली को संास्कृतिक प्रतियोगिता में विजयी होने पर मेडल प्रदान किये गए।