गेहूं बेचने के लिए 3 दिनों से कतार में लगे किसान की गई जान
अमेठी : योगी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रही है और किसानों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है, वहीँ दूसरी तरफ अमेठी के जायस में स्थित क्रय केंद्र पर अपनी मेहनत की कमाई को बेचने गए किसान ने अधिकारियों की कार्यशैली के चलते क्रय केंद्र पर ही दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम गिरजेश कुमार ने कहा कि क्रय केंद्र पर एक किसान की सूचना मिली है, किसकी लापरवाही के कारण किसका गेहूं नहीं खरीदा गया इसकी जांच की जा रही और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फुरसतगंज थाना के धींगई गांव का रहने वाला किसान सत्तार अपना गेहूं बेचने के लिए दो मई को क्रय केंद्र पहुंचा, लेकिन तीन दिन तक अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी उसका गेहूं नहीं खरीदा गया जिससे क्रय केंद्र के बाहर ही उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को मिली मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम तिलोई की मौजूदगी में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। किसान सत्तार की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है।
किसान की मौत के मामले में मार्केटिंग इंस्पेक्टर अरुणा सिंह ने बताया कि किसी के मौत की बात हो रही थी लेकिन हमें नहीं मालूम कि कौन मरा है। ये हमारे यहां गेहूं बेचने नहीं आये थे, जिन लोगों को टोकन नंबर दिया गया था उसमें उनका नाम नहीं था। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि 18 अप्रैल को किसान सत्तार अपना गेहूं बेचने के लिए गेहूं क्रय केंद्र गया था लेकिन उसे 2 मई के टोकन दिया गया था, दो मई को सत्तार ट्रैक्टर पर लादकर अपना गेहूं बेचने गया, लेकिन उसका गेहूं नहीं खरीदा गया और उसे तीन दिन तक दौड़ाया गया जिसके बाद उसकी मौत हो गई।