गोवा के मुख्यमंत्री को नहीं था कोरोना के खतरे का अंदाजा, झेलनी पड़ी थी आलोचना
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने माना है कि उन्हें शुरुआत में कोरोना के बढ़ते प्रभाव का अंदाजा नहीं था, लेकिन बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की वीडियो कांफ्रेंस के बाद उन्हें इसके बारे में पता चला। सावंत, 20 मार्च तक ज़िला पंचायत चुनावों के लिए प्रचार करते हुए, गोवा के कोने-कोने में सभाएं करते रहे, यहां तक कि उनकी सरकार ने एक हफ्ते पहले ही महामारी अधिनियम लागू किया था। उन्हें इसे लेकर आलोचना भी झेलनी पड़ी क्योंकि वे इस विश्वास के साथ बैठकें कर रहे थे कि केवल विदेश से आने वाले लोग ही संक्रमित होते हैं।
सावंत ने कहा, ‘हमने इससे पहले इसकी गंभीरता का आकलन नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ 20 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद ही हमें इसकी गंभीरता का एहसास होना शुरू हुआ।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अब हर दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सलाह ले रही है, उनके कार्यालय ने उन्हें प्रयासों के बारे में अपडेट किया है।
अब तक गोवा में कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है। गोवा में जनता कर्फ्यू को भी आगे बढ़ाकर 25 मार्च तक कर दिया गया है, और सरकार द्वारा इसपर नए सिरे से विचार करने की उम्मीद है।