राष्ट्रीय
गोवा सरकार के मुताबिक, नारियल का पेड़ असल में ‘पेड़’ है ही नहीं; विवाद गहराया
पणजी: गोवा सरकार अपने एक फ़ैसले को लेकर विवादों में घिर गई है। राज्य सरकार ने नारियल के पेड़ को ‘पेड़’ मानने से इनकार कर दिया है जिसके बाद अब नारियल के पेड़ों को काटने का रास्ता साफ़ हो गया है।
अब गोवा में नारियल पेड़ काटना अपराध नहीं होगा। विपक्ष के साथ-साथ पर्यावरण के जानकार भी सरकार के इस फ़ैसले की निंदा कर रहे हैं। इनका कहना है कि राज्य में रीयल एस्टेट को बढ़ावा देने के लिए नारियल के जंगल साफ़ किए जाएंगे। वहीं राज्य सरकार का दावा है कि ये सब राज्य के विकास के लिए किया जा रहा है। पहले की सरकारों ने नारियल को ग़लती से पेड़ की कैटेगरी में डाल दिया था।
कृषि विभाग में मौजूद रिकॉर्ड के मुताबिक़, गोवा में 25,000 हेक्टेयर ज़मीन पर नारियल के पेड़ हैं जिसमें हर साल 13 लाख नारियल का उत्पादन होता है।