ग्रेटर नोएडा में निवेश की रकम दोगुना नहीं मिलने पर हत्या
ग्रेटर नोएडा : बाइक बोट कंपनी में निवेश की गई रकम का दोगुना नहीं मिलने पर लुहारली गांव में बीते दिनों सपा नेता महेश भाटी के भाई दिनेश भाटी की हत्या की गई थी। पुलिस ने गुरुवार को हत्याकांड का खुलासा कर इस वारदात में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी सपा नेता के भाई के दोस्त हैं। हत्यारोपियों से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि दिनेश ने ही रकम कंपनी में निवेश करवाई थी। हत्या के दौरान दिनेश पर ताबड़तोड़ गोली बरसाने वाला मुख्य आरोपी और शूटर रणदीप गिरोह का पवन अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है।
पुलिस के अनुसार पवन के बारे में कुछ अहम सुराग मिले हैं, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह और एडीसीपी विशाल पांडेय ने बताया कि सपा नेता महेश भाटी के भाई दिनेश की बीते नौ मई को तीन गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला कि दिनेश के कहने पर दोस्त सोनू ने बाइक बोट कंपनी में 50 हजार रुपये निवेश किए थे। कुछ समय बाद जब सोनू ने अपनी रकम वापस मांगी तो दोनों में विवाद पैदा हो गया। पांच मई को जब दिनेश की नर्सरी पर सोनू अपने निवेश का पैसा मांगने गया तो उसका फिर से विवाद हो गया। उसके कनपटी पर तमंचा सटाकर जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद घटना से आहत सोनू ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दिनेश की हत्या की योजना बनाई। आठ मई को सभी आरोपियों ने एक साथ बैठ कर शराब पी और नौ मई को दिनेश की हत्या करने की ठानी।
पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों सोनू, अमित और दीपक को गिरफ्तार किया है। तीनों ही लुहारली गांव के रहने वाले हैं। आरोपियों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल बाइक, पिस्टल, तमंचा और कारतूस बरामद किया गया है। घटना में शामिल दीपक ने व्हाट्सएप कॉल करके लोनी से रणदीप गिरोह के शूटर पवन को बुलाया। पवन गोली मारने में एक्सपर्ट है। सोनू को लगा था कि दिनेश की हत्या करने के बाद सपा नेता महेश भाटी उस पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएगा, जिससे उसकी पहले से रंजिश चल रही है। महेश के बेटे की भी पूर्व में हत्या कर दी गई थी। उस मामले में पुनीत और उसके परिवार से रंजिश चल रही है। डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने एसीपी नितिन कुमार, इंस्पेक्टर दादरी प्रदीप त्रिपाठी, दारोगा सत्यवीर सिंह की टीम को 25 हजार इनाम दिया है।
वहीं हत्या में शामिल शूटर पवन पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। वहीं आरोपी सोनू के भाई अधिवक्ता नीरज ने बताया कि सोनू का दिनेश से किसी भी प्रकार का लेनदेन नहीं था। उन्होंने बताया कि बुधवार को दादरी पुलिस सोनू के साले और पत्नी को थाने ले आई। नीरज ने आगे कहा कि पुलिस ने उनसे संपर्क कर कहा कि सोनू से पूछताछ करनी है उसे बीस मिनट के लिए थाने ले आओ। इसके बाद परिवार के सदस्यों सहित कई साथी अधिवक्ताओं को लेकर नीरज पुलिस के पास पहुंचे। साथ में सोनू भी था। सोनू के पहुंचने के बाद पुलिस अपनी कही बात से पलट गई और सोनू को रातभर थाने में बंद रखा। सुबह पुलिस ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर सोनू को आरोपी बना दिया।