अद्धयात्म

घर के इन कमरों में गलती से भी ना पहनकर जाएं जूते-चप्पल, वरना बर्बाद हो जाएगे आप

पैरों को खराब होने से बचाने के लिए पैरों में चप्पल पहनना बहुत ज्यादा जरुरी होता है. हम जब भी घर से कहीं बाहर जाते हैं तो पैरों में जरूर चप्पल या जूते पहनते है, ताकि हमारे पैर गंदे ना हो और हमारे पैर में कोई चीज़ चुभे ना, लेकिन आपने अपने घर के आसपास या फिर घर में ऐसे बहुत से लोग देखें होंगे जो घर के अंदर भी चप्पल पहनकर घूमते होंगे. हालाँकि घर के अंदर पहनी जानी वाली चप्पल बाहर जाने के लिए पहनी जाने वाली चप्पलों और जूतों से बहुत ज्यादा अलग होती है.

कुछ लोग घर में भी पहनकर घूमते है चप्पल 

घर में पहनी जाने वाली चप्पलों को स्लीपर्स भी कहा जाता है. पैरों को घर में जमी हुई धुल मिट्टी, गर्मी और ठंड से बचाने के लिए बहुत से लोग चप्पलें पहनते है. वैसे घर में चप्पल पहनना कोई गलत बात नहीं, लेकिन आज हम आपको घर के ऐसे 2 कमरों के बारे में बताने जा रहे है जिन कमरों में बिल्कुल भी चप्पल या स्लीपर्स पहनकर नहीं जाना चाहिए.  तो चलिए आप भी जान लीजिये उस 2 कमरों के बारे में जहाँ नहीं पहनकर जानी चाहिए चप्पलें.

पहला कमरा: किचन 

ये तो आपको भी पता है कि किचन को घर का सबसे जरुरी और अहम कमरा कहा जाता हैं. किचन एक ऐसी जगह है जहाँ घर में रह रहे लोगों के लिए खाना बनाकर उनका पेट भरा जाता है. खाने को अन्न की देवी माता अन्नपूर्णा से जोड़कर देखा जाता है. बता दें कि घर की रसोई में ही माँ अन्नपूर्णा रहती है. इसलिए कभी भी घर की रसोई में चप्पल, जूते नहीं पहनकर जाना चाहिए. अगर आप गलती से भी रसोई में चप्पल पहनकर जाते हैं तो माँ अन्नपूर्णा आपसे गुस्सा हो जाती हैं और आपके घर में अन्न की बरकत होनी खत्म हो जाती है.

इसके अलावा रसोईघर में जूते-चप्पल पहनकर जाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा को और भी ज्यादा बढ़ावा मिलता है. इस वजह से घर में आए दिन लड़ाई-झगड़े भी होने शुरू हो जाते हैं. अगर स्वस्थ्य की नज़र से देखा जाए तो रसोईघर में जूते पहनकर जाने से जूते-चप्पलों में मौजूद कीटाणुओं का खाने की चीज़ों में चले जाने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. इसलिए कभी भी रसोईघर में जूते-चप्पल पहनकर ना जाए.

दूसरा कमरा: पूजा करने वाला कमरा 

जब भी हम किसी भी मंदिर में जाते है तो जूते-चप्पलों को मंदिर के बाहर उतारकर जाते है. ठीक उसी तरह घर के उस कमरे में जूते नहीं पहनकर जाना चाहिए जहाँ पर मंदिर बना हो. आपने अक्सर देखा होगा कि जब आपके घर में कोई आता है तो वो जब पूजा वाले कमरे में प्रवेश करता है तो जूते या चप्पल साइड में उतार देता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें की आपको मंदिर वाले कमरे में जूते-चप्पल पहनकर जाना ही नहीं है  ना उन्हें साइड में उतारना है.

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