चंडीगढ़ के पहले कार फ्री डे पर संकट, इन तीन कारणों से टलेगा
5500 से ज्यादा परीक्षार्थी पंजाब के विभिन्न कालेजों से शहर में आएंगे। ऐसे में कार फ्री डे पर स्टूडेंट के सामने समस्या आ सकती है। इस संबंध में पीयू ने प्रशासन को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि कार फ्री डे को स्थगित कर दिया जाए या फिर एग्जाम देने वाले स्टूडेंट को इस संबंध में छूट दी जाए।
प्रशासन के सामने दूसरी बड़ी समस्या यह है कि इसी दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी शहर आ रहे हैं। वे इस दिन पीजीआई में अमृत प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। इसके अलावा उनके शहर में कई और प्रोग्राम भी हैं। यही नहीं, इसी दिन सिख समुदाय में शादियां भी हैं, जिससे समस्या आ रही है।
इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं शहर के पहले कार फ्री डे को रद्द न कर दिया जाए। दिल्ली में कार फ्री कामयाब होने के बाद चंडीगढ़ में भी इस योजना पर काम शुरू हो गया था। उसके बाद प्रशासन ने 28 फरवरी को कार फ्री बनाने का फैसला लिया था।
चंडीगढ़ प्रशासन का मानना था कि रविवार को कार फ्री डे रखने का मकसद लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रशासन के आदेश के बाद 28 फरवरी को कार फ्री डे निर्धारित किया गया है, लेकिन यदि कोई इमरजेंसी आती है तो प्रशासन के निर्देश के बाद उसे स्थगित भी किया जा सकता है।
– मनीष चौधरी, एसएसपी ट्रैफिक पुलिस
28 फरवरी को पंजाब के जेई स्तर का एग्जाम है। इसके पीयू और शहर के कालेजों में सेंटर बनाए गए हैं। इससे दिक्कते आ सकती है। हमने चंडीगढ़ प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है कि या तो कार फ्री डे की तारीख स्थगित कर दी जाए या फिर एग्जाम में आने वाले परीक्षार्थियों के आई कार्ड के आधार पर उन्हें छूट दी जाए।
– प्रो. परविंदर सिंह, परीक्षा नियंत्रक, पीयू