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चढ़ सकता है आतंक का पारा, कश्मीर के इन 10 रास्तों पर घुसपैठियों की निगाहें

borderarea_146358222199_650x425_051816081806देश में बढ़ती गर्मी के साथ ही जम्मू कश्मीर में आतंक का पारा भी चढ़ने की आशंका है. ऐसे में केंद्र सरकार ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कश्मीर के हालात पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में उनके आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक की गई.

बैठक में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और एनएसए अजीत डोभाल शामिल हुए. बैठक में देश की आंतरिक सुरक्षा के मसले पर चर्चा की गई.

कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती की समीक्षा
केंद्र सरकार ने आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की समीक्षा की. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि हमने कश्मीर के सभी मुद्दों पर चर्चा की है. जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती और राजनीतिक हालात जैसे मुद्दों पर बात की. जम्मू कश्मीर में आतंकियों की बढ़ती घुसपैठ को हमारे सुरक्षा बल समय रहते नाकाम कर रहे हैं.

बैठक में कश्मीरी पंडितों की हालत पर भी चर्चा
वहीं जम्मू कश्मीर राज्य से आने वाले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश में पीडीपी के साथ हमारी गठबंधन सरकार है. बैठक में हमने कश्मीरी पंडितों समेत सभी मुद्दों पर बात की है. राज्य के जमीनी हालात पर चर्चा की गई है. देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए कश्मीर अहम राज्य है.

आर्मी के सभी इंस्टालेशन में अलर्ट
कश्मीर में घुसपैठ के 10 रास्तों से आतंकी लगातार देश मे आतंक फैलाने की फिराक में हैं. पाकिस्तान अपने आतंकी संगठनों पर लगातार भारत के खिलाफ बड़ी आतंकी कार्यवाही करने का दवाब बना रहा है. इसीलिए अब मौसम के बदलाव के साथ घुसपैठ की कोशिशे तेज हो गई हैं. इसके बाद आर्मी ने अपने सभी इंस्टालेशन में एलर्ट रहने को कहा है.

कश्मीर के इन 10 रास्तों पर हैं घुसपैठियों की निगाहें
पहला रास्ता है गुरेज जिसके सामने पीओके का स्कार्दू इलाका हैं. यहां पर आतंकियों का लॉन्चिंग पैड और कैंप भी है. दूसरा रास्ता जहां से आतंकी लगातार घुसपैठ करने की कोशिश करते हैं वो है माछिल. इसके सामने पाक का केल इलाका हैं. ये इलाका पहाड़ी और पथरीला है. घने जंगल होने की वजह से यहां से घुसपैठ की कोशिश की जाती है.

केरन सेक्टर के सामने घुसपैठ की बड़ी कोशिश
तीसरा इलाका केरन हैं. इसके सामने पाकिस्तान का करको और कुपवाड़ा के सामने मुजफ्फराबाद पड़ता है. वहां के दुल्लु इलाके में भी कैंप है. इसी कैंप में आतंकियों की खूंखार ट्रेनिंग होती है.

तंगधार में कम बर्फ पड़ने से घुसपैठ की आशंका बढ़ी
कश्मीर के तंगधार में इस साल कम बर्फ पड़ी है. इसीलिए पाकिस्तान के तीठवल इलाके से भी अपने आतंकियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश की जाती है. उरी सेक्टर के ये वो इलाके हैं जहां से कई बार आतंकियों को घुसपैठ में कामयाबी भी मिली है. पाकिस्तान का चकोठी इलाका इसके सामने है. कश्मीर के वो इलाके हैं जहां मौसम बदलते ही घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं.

पुंछ सेक्टर के सामने पाक में कई आतंकी कैंप
कश्मीर के साथ जम्मू के पुंछ के सामने पाकिस्तान का हलान कैंप पड़ता है. वहां भी आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है. ये कोटली एरिया में मेंढर नौशेरा और आरएसपुरा वो रास्ते हैं जहां मौसम बदलने के साथ घुसपैठ की कोशिश होती है. इसके बाद डेरी, मीरपुर और सिआलकोट है. मीरपुर के बरहाल और सिआलकोट के छरपइ में भी कैंप है.

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