ज्ञान भंडार
चमत्कार: 200 ग्राम वजनी है यह गेहूं का एक दाना
Himachal Pradesh को भारत की देवभूमि कहा जाता है। यहां पर पुरातन काल के भारत की अनेक स्मृतियां हैं। इसी हिमाचल की करसोगा घाटी में बसा है “ममेल गांव”, इस गांव में “ममलेश्वर महादेव” नामक भगवान शिव का एक मंदिर है।
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह करीब 5000 हजार साल पुराना मंदिर है। ममलेश्वर महादेव नामक इस मंदिर में गेहूं का दाना भी रखा है जिसका वजन करीब 200 ग्राम है।
गेहूं का यह दाना पुजारी के संरक्षण में ही मंदिर में एक शीशे के बक्से के अंदर रखा हुआ है। इस दाने के विषय में यह कहा जाता है कि यह पांडव कालीन दाना है। कहा जाता है कि पांडवो ने अपने जीवन का कुछ समय इस स्थान पर भी बिताया था और उस समय गेंहू व अन्य खाद्य पदार्थ काफी बड़े आकार के होते थे।
भारतीय पुरातत्व विभाग भी इस मंदिर को प्राचीन काल का मंदिर ही मानता है। ममलेश्वर महादेव विश्व का एक ही ऐसा मंदिर है जहां पर आप भगवान शिव और पार्वती की प्रतिमा को युगल रूप में देख सकते हैं।
इस मंदिर में 5 शिवलिंग भी स्थापित हैं, माना जाता है कि इन पांचों शिवलिंगों की स्थापना पांचों पांडवों द्वारा की गई थी। इस मंदिर के पास में एक अन्य मंदिर भी स्थित है जो की बंद रहता है , कहा जाता है कि उसमें पुरातन काल में नरबलि दी जाती थी।