चेन्नई। तमिलनाडु में चलती ट्रेन में डकैती की एक दुस्साहसिक घटना हुई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की पांच करोड़ रुपये की नकदी सलेम से चेन्नई के बीच रास्ते में ट्रेन से गायब हो गई है।
अधिकारी हैरान परेशान है कि पुलिस सुरक्षा में लाए जा रहे 340 करोड में से इतनी बड़ी राशि आखिरकार कहां चली गई? उसे किसने चुरा ली।
ट्रेन के मंगलवार सुबह चेन्नई पहुंचने पर यह मामला उजागर हुआ। पुलिस ने एक्सप्रेस रेलगाड़ी के तीन कार्गो कोच में लदे 226 लकड़ी के करेंसी बक्सों में से चार को टूटा पाया।
पुलिस महानिरीक्षक एम रामासुब्रमणि के अनुसार, इन टूटे बक्सों में से पांच करोड़ रुपये की राशि चोरी हुई है। कोच की छत काट कर चोरों ने वारदात को अंजाम दिया है।
आरबीआई के एक अधिकारी ने भी पुलिस की बात की पुष्टि की है। उसने बताया कि ट्रेन में सलेम से 340 करोड़ रुपये की पुरानी और 2005 से पहले छपी नोट को 226 लकड़ी के बक्सों में भरकर चेन्नई लाया जा रहा था। चेन्नई पहुंचने पर इनमें से चार बक्से टूटे मिले।
इन बक्सों से पांच करोड़ की राशि गायब मिली। हालांकि सूत्रों का दावा है कि गायब हुई धनराशि पौने छह करोड़ के करीब है। सुब्रमणि ने बताया कि चोरों ने गैस कटर की मदद से कोच की छत काट कर 2 गुणा 2 फीट का छेद बनाया।
इसी के जरिये वे कोच के अंदर दाखिल हुए। जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि सलेम से वृद्धाचलम के बीच चोरों ने कार्गो कोच में सेंध लगाई होगी। क्योंकि इस सेक्शन में सलेम-चेन्नई एक्सप्रेस बिजली पर नहीं चलती है।
इस दौरान ट्रेन में डीजल इंजन का इस्तेमाल होता है। अधिकारियों के अनुसार, इसी बात का चोरों ने फायदा उठाया और कोच में घुसकर चार बक्सों से पांच करोड़ ले उड़े।
पुलिस का कहना है कि वह कई कोणों से मामले की जांच कर रही है। इसमें पुलिस सुरक्षा के बावजूद ट्रेन में डकैती कैसे हुई के कारण जानना भी शामिल है?