जीवनशैली

चाइनीज पटाखे फैलाते हैं कम प्रदूषण

दिवाली से पहले सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल को लेकर अहम फैसला सुनाया था. कोर्ट ने कहा था कि कोशिश की जाए की कम प्रदूषण वाले पटाखों का इस्तेमाल हो. मार्केट में ग्रीन पटाखों के नाम से कम प्रदूषण वाले पटाखे भी मिल रहे हैं, लेकिन वो प्रदूषण को कंट्रोल करने में कितने कारगर होंगे इसका कोई अंदाजा नहीं है. ऐसे में चाइना का यह इलेक्ट्रॉनिक पटाखा भारत के मार्केट में आकर्षण और चर्चा दोनों का केंद्र बना हुआ है.चाइनीज पटाखे फैलाते हैं कम प्रदूषण

ये पटाखे इको-फ्रेंडली हैं. इन पटाखों को जलाने के बाद इनसे धुआं नहीं निकलेगा. केवल लाइट और साउंड होगी. ये पटाखे बिल्कुल गैर-प्रदूषणकारी हैं. इन्हें इलेक्ट्रिक सर्किट में प्लग करने के बाद रिमोट से संचालित किया जाता है. दिवाली उत्सव के अनुकूल इन्हें जलाने पर इनसे केवल लाइट और आवाज निकलती है.

दिल्ली के चांदनी चौक मार्केट में मिल रहे इन पटाखों को खरीदने वालों की काफी भीड़ है. लोगों के पास इन पटाखों को खरीदने के अलावा दूसरा कोई विकल्प भी नहीं है क्योंकि कोर्ट ने धुएं निकालने वाले कई पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

दिवाली 7 नवंबर को है, लेकिन दिल्ली की हवा में सांस लेना अभी से दूभर हो गया है. पिछले कई दिनों से दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो चुकी है. दिल्ली स्मॉग की मोटी चादर में लिपटी हुई नजर आ रही है. यहां के कुछ इलाकों में पीएम 10 का स्तर 700 को भी पार कर गया है. इस पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने 1-10 नवंबर तक ‘क्लीन एयर कैंपेन’ चलाया है.

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