‘चाय पर चर्चा’ को टक्कर देगी ‘पान की चौपाल’
लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की ‘चाय पर चर्चा’ का जवाब समाजवादी पार्टी (सपा) ‘लबों की लाली’ यानी पान चौपाल से देगी।राजनीतिक शह और मात के इस खेल में सपा ने मोदी की चाय पर चर्चा के जवाब में ‘पान की चौपाल’ चला दी है। पार्टी सूत्रों की मानें तो ‘लबों की लाली’ संग गुजरात के विकास के दावे से लेकर भाजपा के ‘हिंदुत्व कार्ड’ की बाल की खाल निकाली जाएगी।बनारसीपन की खास बात यह है कि सुबह से शाम तक रोजी-रोजगार में खटने के बाद बनारसी पान का स्वाद लेने शहर के बाशिंदे पान की दुकानों पर जाते हैं। सपा नेतृत्व ने स्थानीय छोटे-बड़े नेताओं को सीख दी गई है कि वे पान की दुकानों पर जुटें और शासन-सत्ता की हर बारीकी को उचित अपेक्षित और तार्किक तौर तरीके से रखें। सपा के प्रदेश नेतृत्व ने स्थानीय नेतृत्व को राजनीतिक शह-मात के इस खेल को खेलने की रीति-नीति समझाई।देश की राजनीति का केंद्र इन दिनों पूर्वांचल बना हुआ है। बनारस से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा के लिए ताल ठोंक रहे हैं तो आजमगढ़ से सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव चुनाव मैदान में हैं। पूर्वांचल का केंद्र माना जाने वाले बनारस को राजनीतिक उर्वरा भूमि के रूप में भी देखा जाता है। बनारस में चाय पर चर्चा हो या पान की चौपाल पर यहां दोनों ही खूब मशहूर हैं।चाय की दुकानों पर आम आदमी से लेकर प्रबुद्ध वर्ग तक मिलेगा तो वहीं पान की चौपाल को भी कमतर नहीं आंका जा सकता। जाहिर सी बात है कि जहां चाय की दुकान होगी तो उसके अगल-बगल पान की दुकान भी मिलेगी। भाजपा ने चाय की दुकान को अपना राजनीतिक मंच बनाया तो सपा ने पान की गुमटियों को अपना राजनीतिक मंच बनाने की रणनीति तैयार की है।दरअसल प्रदेश नेतृत्व व स्थानीय नेतृत्व के बीच चाय की दुकान से लेकर पान की दुकान तक पर लंबी गुफ्तगू हुई। प्रदेश नेतृत्व ने तर्क रखा कि यदि भाजपा चाय की दुकान पर मौका देखकर गुजरात के विकास की बात उत्तर प्रदेश में करती है तो सपा भी प्रदेश की विकास योजनाओं पर जोरदार चर्चा चलाए। सपा नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे इंटरनेट से लेकर अन्य माध्यमों तक का इस्तेमाल कर गुजरात को खंगाल डालें और गुजरात के बारे में जो सच्चाई सामने आए उसे पान की दुकान पर बहस का मुद्दा बनाएं। आंकड़ों का सहारा लेकर तार्किक बात करें और आम से खास तक सभी को संतुष्ट करें।