लखनऊ: चारबाग बस अड्डे पर बैठने की व्यवस्था नहीं होने के कारण सुबह रोडवेजकर्मियों ने दो घंटे तक कामकाज बंद कर दिया। अधिकारियों के समझाने के बाद कर्मचारी वापस काम पर लौटे। हालांकि कर्मचारियों ने जल्द समुचित व्यवस्था नहीं होने पर हड़ताल की धमकी दी है। आलमबाग बस अड्डे के पीपीपी मॉडल के तहत मॉल कल्चर के तहत बनने की प्रक्रिया पिछले तीन महीने से चल रही है। इसके चलते आलमबाग से होने वाली बसों का संचालन चारबाग बस अड्डे से किया जा रहा है। विभाग ने बसों का संचालन तो चारबाग से शुरू कर दिया, लेकिन वहां न तो आम लोगों के बैठने की व्यवस्था है और न ही कर्मचारियों के काम करने की जगह। यात्री तो कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाकर भड़ास निकाल रहे थे जबकि कर्मचारी दुश्वारियों के बीच काम करने को मजबूर थे। कर्मचारियों का गुस्सा फूट गया। चारबाग बस अड्डे में तैनात रोडवेज और उपनगरीय बस सेवा के सैकड़ों कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। सुबह करीब दस से बारह बजे तक कार्यालयों में कोई काम नहीं हुआ।
कर्मचारियों का कहना था कि उनसे काम तो लिया जाता है लेकिन उचित माहौल नहीं दिया जाता। दलील दी जाती है कि न तो कर्मचारियों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही रिकॉर्ड रखने की जगह। हालांकि बहिष्कार की सूचना पर परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। करीब दो घंटे तक कामकाज ठप रखने के बाद कर्मचारियों ने अधिकारियों के आश्वासन पर काम शुरू कर दिया। हालांकि इस दौरान न तो किसी यात्री की एमएसटी बनी और न ही टिकट विंडो से किसी को टिकट दिए गए।