नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को अपने तीन साल पूरे कर लिये। दो बार चुनावों के बाद पार्टी को सत्ता में लाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस उपलब्धि के लिए अपने कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया।
अन्ना आंदोलन से निकल कर पार्टी के रूप में आम आदमी पार्टी 26 नवंबर 2012 को अस्तित्व में आई थी। वैसे इसके बीज 2011 में अन्ना की अगुवाई में चलाये गये जन लोकपाल आन्दोलन के समापन के दौरान पड़ गई थी। जनलोकपाल को लेकर हुए जनआंदोलन में पूरे देश ने एकजुटता दिखाई। जनभावनाओं को देखते हुए अरविंद केजरीवाल और उनके करीबी साथी देश में एक राजनीतिक विकल्प की जरूरत और संभावना को देख रहे थे।
अन्ना हजारे जनलोकपाल आन्दोलन को राजनीति से अलग रखना चाहते थे जबकि अरविन्द केजरीवाल आन्दोलन का लक्ष्य पाने के लिये एक अलग पार्टी बनाकर चुनाव में शामिल होने के पक्षधर थे। इण्डिया अगेंस्ट करप्शन के सर्वे में केजरीवाल के राजनीति में शामिल होने के विचार को व्यापक समर्थन मिला तो पार्टी निर्माण का रास्ता साफ हो गया।