चाहे आप लड़की हैं या लड़का, गलत नहीं है…ये आदत
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- हमारे देश में मस्टरबेशन से तमाम मिथ जुड़े हैं। तमाम सेक्स विशेषज्ञों और सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवाओं की बिक्री तो लोगों के इसी मिथ का फायदा उठाकर बढ़ रही है। हमारे देश में किशोरवय के अमूमन लड़के लड़कियां मस्टरबेशन करते हैं और अपराधबोध के शिकार हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि उन्होंने कोई बहुत बड़ा अपराध कर दिया जिसकी भरपाई इस जीवन में नहीं हो सकती।
यदि कोई ऐसा करता है तो कुछ भी गलत नहीं है। सिडनी की यूनिवर्सिटी की पब्लिक हेल्थ साइंटिस्ट एंथोनी सैंटेला के मुताबिक, मास्टरबेशन से डायबिटीज, प्रोस्टेट कैंसर और यूरिन संबंधी समस्याएं कम हो सकती हैं। रिसर्च के अनुसार जो महिलाएं मास्टरबेशन करती हैं तो उन्हें सर्वाइकल इंफेक्शन और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के होने की आशंका कम हो जाती है। दरअसल, वैजाइना में उत्तेजना होने से गर्भाश्य की नसें स्ट्रेच होती हैं जिससे गर्भाशय ग्रीवा का हिस्सा चिकना हो जाता है। इससे फ्लूड के साथ सर्वाइकल फ्लूड मिलता है तो बैक्टीरिया भी बाहर निकल जाते हैं। जिससे संक्रमण का खतरा ना के बराबर रहता है।
कुछ लोग मानते हैं की मस्टरबेशन से मुहासे होते हैं, तो कुछ ये मानते हैं की इससे अंधे या और गंजे हो जाते हैं या हथेलियों पर बाल भी उग जाते हैं। यह लिस्ट बहुत लम्बी है…खैर, इसमें से कुछ भी सच नहीं है।
हस्तमैथुन यानी मस्टरबेशन ना ही आपको अँधा करता है और ना ही गंजा, और ना ही इससे आपको मुहासे होते हैं। एक रिसर्च के अनुसार हस्तमैथुन आपका स्ट्रेस (चिंता) कम करने में मदद कर सकता है, आपका मूड सही कर सकता है और आपको अच्छी सेहत भी दे सकता है।
चलिए सीधी बात पर आते हैं. हमारा समाज पुरुषों के सेक्स क्रिया को लेकर ज़्यादा मंज़ूरी देता है, लेकिन महिलाओं के लिए इसे अधिकार की तरह कम देखा जाता है। और इसलिए शायद हमें यह बताया जाता है महिलाएं यह नहीं करतीं या नहीं कर सकतीं। लेकिन यह सच नहीं है। दोनों महिला और पुरुष के लिए ये बिलकुल प्राकृतिक और नार्मल है।
जी हाँ, पति पत्नी भी आपस में हस्तमैथुन करवा कर बिना सेक्स किये संतुष्ट हो लेते हैं जो कि बिल्कुल नार्मल है। इसका मतलब यह नहीं की वो अपने साथी के साथ सेक्स करना पसंद नहीं करते। वो हस्तमैथुन तब करते है जब उनके साथी सेक्स करने की स्थिति में नहीं होते। ऐसा कई बार इन्फेक्शन, प्रैगनेन्सी या फिर मेडिकल कारणों से होता है तो कई बार मन होने पर और फिर ये असल सेक्स की रिहर्सल भी तो है!
अपने शायद सुना हो की पुरुष ज़्यादा मस्टरबेशन से अपने सारे शुक्राणु ख़त्म कर देते हैं और नपुंसक हो जाते हैं। अरे यह कोई जादू-मंतर थोड़ी ना है। क्यूंकि जब तक किसी भी पुरुष के पास स्वस्थ्य सेक्स अंग है, तब तक शुक्राणु लगातार बनते रहते हैं, चाहे वो हस्तमैथुन करे या नहीं। यही बात महिलाओं पर भी लागू होती है – हस्तमैथुन से महिलाओं की उर्वरता पर कोई असर नहीं पड़ता और अंडे बनते रहते हैं।
सच तो यह है की जो लडके अपनी साथी को गर्भवती करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए शुक्राणु लगातार बनाते रहना बहुत अच्छा है! पुराने शुक्राणु जो शायद आपने बाहर नहीं निकले हैं उनका एक दम अति-उतम होना मुश्किल है।
अकेले अपने आप को स्वयं सुख देना तो सबसे सुरक्षित तरीका है सेक्स करने का! जब तक आप सेक्स किसी के साथ बाँट नहीं रहे और सेक्स इस्तेमाल सही और साफ़ ढंग से कर रहे हैं, तो किसी भी तरह का संक्रमण होने की संभावना बहुत ही कम है। आखिर, अपने आप को अपने से ही संक्रमण थोड़ी ना होगा।
अगर कोई महिला हस्तमैथुन करती है, तो वह गर्भवती नहीं हो सकती। गर्भवती होने के लिए पुरुष के शुक्राणु का महिला के अंडकोष में पहुचना ज़रूरी होता है। तो अगर आप अपने साथी के साथ मिलकर हस्तमैथुन कर रहे हैं तो ध्यान रखिये की उनका शुक्राणु आपकी योनि में और अंडकोष में ना जाये। और नहीं जायेगा तो गर्भवती होना का कोई डर ही नहीं। सिर्फ हस्तमैथुन के बाद भी महिलाएं वर्जिन रहती हैं।