मसूरी: मसूरी देहरादून मार्ग पर स्थित भटटा गांव में तैनात एक मात्र आयुर्वेंदिक चिकित्सक का स्थानातंरण होने पर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि आयुर्वेदिक चिकित्सक का स्थानातंरण नहीं रोका गया तो ग्रामीण चूनाखाला में जाम लगा कर तब तक आंदोलन करेंगे जब तक स्थानांतरण की प्रक्रिया निरस्त नहीं की जातीं। ग्रामीण उन्हें चिकित्सक से अधिक भगवान का रूप मानते हैं। भटटा गांव के ग्रामीणों को जब पता चला कि गांव की स्वास्थ्य सेवा को एक मिशन के तौर पर कार्य कर रहे आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. भगवान बल्लभ पंत का स्थानांतरण हो गया तो यह खबर गांव में आग की तरह फैल गयी व बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं, पुरुष अस्पताल में आ गये व वहां पर धरना प्रदर्शन किया तथा प्रदेश सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीण लक्ष्मण सिंह, हुकम सिंह रावत, होशियार सिंह थापली, ग्राम प्रधान निशा कोटाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष मीना कोटाल, प्रधान धोबीघाट कमरूददीन आदि का कहना है कि डाॅ. पंत ने गांव में लंबे समय से सेवा दे रहे हैं उनका व्यवहार व उपचार ग्रामीणों के स्वास्थ्य लाभ में प्रमुख अंग बन गया है। वहीं चिकित्सक डाॅ. पंत गांव को अपना परिवार मानते हैं तथा अपने वेतन का बड़ा भाग खर्च कर दवा लाते हैं तथा कई रोगियों को खुद देहरादून ले जाकर उपचार करवाते हैं तथा खर्चा उठाते हैं। ऐसे मानवतावदी, निस्वार्थ, कर्मठ चिकित्सक का स्थानांतरण कतई बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
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