नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में आठ कर दरों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार का ‘मूर्खतापूर्ण विचार’ बताया। उन्होंने कहा कि जीएसटी रिटर्न दाखिल करना एक ‘बुरा सपना’ बन गया है। पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा, “जुलाई 2017 में पहली बार कार्यान्वित किए गए जीएसटी में आठ कर दरें लागू करने का भाजपा का विचार एक ‘मूर्खतापूर्ण विचार’ था।” उन्होंने कहा, “अगर जीएसटी परिषद कल (शनिवार को) रिटर्न दाखिल करने को आसान बनाने के मुद्दे पर चर्चा करती है तो इसका मतलब है कि पिछले 18 महीनों में रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया आसान नहीं थी।
सच्चाई है कि जीएसटी रिटर्न भरना एक बुरे सपने की तरह है।” चिदंबरम ने यह भी कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) और मैंने कहा था कि जीएसटी में एक दर होनी चाहिए तो इसका मतलब है कि जीएसटी की मानक दर एक ही दर होनी चाहिए। यह बिल्कुल सही है।” उन्होंने कहा, “पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम की आरएनआर (रेवेन्यू न्यूट्रल रेट) रिपोर्ट में बताया गया है कि जब मानक दर होती है तो मानक-शून्य दर और मानक-प्लस दर भी होगी। यही प्राथमिक बात है, बेवकूफी भरी नहीं।” मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक समारोह में कहा था कि सरकार ने 99 प्रतिशत वस्तुओं को 18 प्रतिशत जीएसटी स्लैब के नीचे लाने का लक्ष्य रखा है।