चीन के दोस्तों से भी परहेज? नेवी ड्रिल में ऑस्ट्रेलिया को शामिल करने से भारत का इंकार
भारत और चीन के संबंध सभी के सामने हैं. चीन लगातार पाकिस्तान के करीब आ रहा है, और भारत को समय-समय पर उकसाने की कोशिश कर रहा है. यही कारण है कि भारत लगातार चीन को लेकर सावधानी बरत रहा है. जुलाई में हिंद महासागर में होने वाली भारत-अमेरिका-जापान की साझा नेविल शिप्स ड्रील में शामिल होने को लेकर ऑस्ट्रेलिया की ओर से मांगी गई अनुमति को भारत ने ठुकरा दिया है, और साफ तौर पर मना कर दिया है. आपको बता दें कि हाल ही के दिनों में चीन और ऑस्ट्रेलिया काफी करीब आए हैं. चीन और ऑस्ट्रेलिया के बिजनेस में काफी बढ़ोतरी हुई है.
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न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स में छपी खबर के मुताबिक, कुछ समय पहले ही ऑस्ट्रेलिया की ओर से लिखित रुप में इस ड्रील में शामिल होने की इजाजत मांगी गई थी. जिसे भारत ने ठुकराया है. साफ है कि चीन ने लगातार भारत की चिंता को बढ़ाया ही है. चीन की ओर से हिंद महासागर में श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश की तटीय सीमाओं पर लगातार अपनी सबमरीन की तैनाती की गई है, जो भारत के लिए चिंता का विषय है.
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आपको बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच लगातार 1992 से इस प्रकार की साझा ड्रील होती आई है. इसे मालाबार ड्रील के नाम से जानते हैं. भारत और अमेरिका ने आपसी सहमति से 2014 में इस ड्रील में जापान को भी शामिल किया था. गौरतलब है कि तीनों देशों के चीन के साथ संबंध अच्छे नहीं हैं, और उसकी ताकत को कम करने के लिए तीनों देशों का साथ आना चीन की आंख में खटकता है.