चीन ने मालदीव मुद्दे पर भारत और चीन की टकराव की ख़बरों को सिरे से नाकारा
चीन ने मालदीव मुद्दे पर भारत और चीन की टकराव की ख़बरों को सिरे से नकारते हुए कहा है कि वह भारत से एक और टकराव नहीं चाहता. चीन ने कहा कि वह सिर्फ मालदीव मुद्दे का हल निकालने के लिए भारत से संपर्क में है लेकिन वो यह नहीं चाहता कि इस बात को लेकर भारत और चीन के बीच किसी भी तरह का तनाव पैदा हो.
हालांकि भारत के मालदीव में सैन्य हस्तक्षेप करने के सम्बन्ध में, चीन ने अपना रुख कायम रखा है. गौरतलब है कि, जब मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से सैन्य सहायता के लिए गुहार लगाई थी, तब चीन ने भारत को परामर्श देते हुए कहा था कि, भारत को मालदीव में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. चीन ने मालदीव को भी आपसी संवाद स्थापित कर समस्या का समाधान निकालने की सलाह दी थी.
आपको बता दें कि पिछले साल भूटान, भारत और चीन की सीमा पर स्थित डोकलाम पठार को लेकर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं. इसके अलावा पाकिस्तान के खूंखार आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कराने के भारत के प्रयास में भी चीन ने अड़ंगे लगाए थे, जिससे भी दोनों देशों के बीच सम्बन्ध तनावपूर्ण हो गए थे.
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के चीन से अच्छे सम्बन्ध हैं, कुछ दिन पहले भी यामीन ने भारत को नज़रअंदाज़ करते हुए चीन में अपने राजदूत भेजे थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि, कहीं चीन भारत को इस मुद्दे से हटाकर अपनी रोटी सेंकने में तो नहीं लगा है.