चीन पर चढ़ी प्रदूषित धुंध की गहरी चादर, 200 एक्सप्रेसवे बंद, लोगों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह
बीजिंग: पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर आज होने जा रही बैठक से पहले, चीन इस साल की सबसे गहरी धुंध में लिपटा हुआ है जिसकी वजह से 200 से अधिक एक्सप्रेसवे बंद कर दिए गए और लोगों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है। शेनदोंग प्रांत में आज दृश्यता घट कर 200 मीटर से भी कम रह गई और सुबह यलो अलर्ट जारी किया गया।
यह अलर्ट पेरिस में जलवायु परिवर्तन संबंधी बैठक शुरू होने से पहले जारी किया गया। पर्यावरण मंत्री चेन जिनिंग ने कल कहा कि बैठक में चीन के जोरदार तरीके से अपना पक्ष रखे जाने की संभावना है और उनके देश ने बड़े प्रदूषकों के लिए निर्धारित प्रदूषण में कमी संबंधी लक्ष्य हासिल कर लिया है।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग जलवायु परिवर्तन बैठक के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लेने के लिए पेरिस में हैं। समझा जाता है कि वैश्विक जलवायु समझौते के लिए यह बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि विभिन्न मुद्दों को लेकर विकसित और विकासशील देशों के बीच गहरे मतभेद हैं।
अमेरिका और चीन ग्रीन हाउस गैसों के सबसे बड़े प्रदूषक हैं। पिछले साल दोनों देश ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन सीमित करने के लिए कार्रवाई करने के संबंध में एक सहमति पर पहुंचे थे। चेन ने कहा कि चीन ने अपनी 12वीं पंचवर्षीय योजना में बड़े प्रदूषकों के लिए रेखांकित प्रदूषण घटाने संबंधी लक्ष्य तय समय से पहले ही हासिल कर लिया। बीजिंग, तियानजिन, हेबेई, हेनान, शेनदोंग, शैंक्सी और शांक्सी सहित उत्तरी चीन के ज्यादातर हिस्से धुंध की गिरफ्त में रहे।
चीन में मौसम की चेतावनी के लिए चार स्तरीय कलर कोड है। इसके अनुसार, रेड अलर्ट सर्वाधिक खराब मौसम को बताता है। उसके बाद ऑरेंज, येलो और ब्लू अलर्ट आते हैं जिससे मौसम मे सुधार का संकेत मिलता है। नगर पालिका मौसम केंद्र ने बताया कि आद्रता होने और हवाओं के न चलने से संकेत मिलता है कि धुंध अगले दो दिन और रहेगी और फिर बुधवार से शीतलहर शुरू हो जाएगी।