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चीन-पाकिस्तान की चिंता में कब पेट्रोल के रेट 70 रूपये पहुंच गए पता भी न चला!

आपको मालूम है कि पेट्रोल और डीजल की कीमत अब आपकी जेब काटने लगी हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोज बदलाव होने के बाद ज्यादातर लोगों का ध्यान इस ओर नहीं गया और नतीजा यह हुआ कि जुलाई से अब तक तेल कंपनियां पेट्रोल का दाम 6.60 रुपये और डीजल के दाम 4.06 रुपये तक बढ़ा चुकी हैं।
इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने चंडीगढ़ में पांच सितंबर को पेट्रोल 69.85 रुपये और डीजल 58.27 रुपये की कीमत पर बेचा। चार जुलाई को पेट्रोल के दाम 63.25 और डीजल के दाम 54.21 थे। गौरतलब है कि जीएसटी के लागू होने के बाद भी पेट्रोल, डीजल, जेट फ्यूल, क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के दायरे में नहीं रखा गया है। हालांकि घरेलू गैस और ल्यूब्रिकेंट्स जीएसटी के दायरे में हैं।
पेट्रोल, डीजल, कुकिंग गैस और केरोसिन के दाम का मामला राजनीतिक रूप काफी संवेदनशील माना जाता है। इसकी वजह है कि इसका सीधा असर आम लोगों के घरेलू बजट पर पड़ता है। जैसे जैसे दाम चढ़ते हैं, वैसे-वैसे अर्थव्यवस्था में महंगाई सिर उठाती है। यही कारण है कि कुकिंग गैस और कैरोसीन के दाम पूरी तरह से डी रेगुलेट नहीं किए। लेकिन वैश्विक स्तर पर क्रूड के दाम घटने से सरकार को ट्रांसपोर्टेशन फ्यूल को डी कंट्रोल करने में मदद मिली है। ध्यान रहे कि पेट्रोल के दाम से 2010 और डीजल से 2014 में सरकारी कंट्रोल हटाया गया था।

बढ़ते दाम पर डीलर फैक्टर भी है जबरदस्त

ध्यान रहे कि जून तक सभी सरकारी कंपनियां हर पखवाड़े में कीमतों में बदलाव करती थीं। जिससे उनको अंतरराष्ट्रीय दाम के अनुसार किया जा सके और करेंसी में उतार-चढ़ाव के अनुसार समायोजन हो सके। ऐसे मेें कई बार राजनीतिक अनिश्चितता (चुनाव के दौरान) से बचाव के लिए कुछ पखवाड़ों में दाम नहीं बदले जाते थे।

16 जून से तेल कंपनियों ने अपनी कीमतों में रोज बदलाव शुरू किया लेकिन उपभोक्ता का खास ध्यान नहीं गया। क्रूड आयल की इंडियन बास्केट में नौ फीसदी की बढ़ोतरी हुई तो दूसरी ओर चार जुलाई को पेट्रोल और डीजल के दाम में नौ फीसदी तक बढ़ोतरी। ध्यान रहे कि पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि का सीधा संबंध पेट्रोल और डीजल के अंतरराष्ट्रीय दामों से है न कि क्रूड ऑयल के दाम से।

बढ़ते दाम पर डीलर फैक्टर भी है जबरदस्त
जैसे ही पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई तो पहले तो डीलरों ने कोई विरोध नहीं किया, क्योंकि दाम बढ़ने से कोई फर्क नहीं होना था, लेकिन दाम घटना उनके लिए नुकसान का सौदा साबित हो गया। ऐसे में डीलरों का कहना था कि घटे हुए दाम को कंपनी ही उठाए। लेकिन कंपनी ने ऐसा नहीं किया। अंत में डीलरों ने विरोध कर दिया। उसके बाद लगातार कीमतें बढ़ती ही चली गईं।

चंडीगढ़ में ये हैं पेट्रोल के रेट

चंडीगढ़ 
पेट्रोल
4 जुलाई 63.25
1 अगस्त 65.54
12 अणस्त 67.64
30 अगस्त 69.26
31 अगस्त 69.29
1 सितंबर 69.40
2 सितंबर 69.56
3 सितंबर 69.69
4 सितंबर 69.80
5 सितंबर 69.85

चंडीगढ़ में ये हैं डीजल के रेट

डीजल
4 जुलाई 54.21
1 अगस्त 56.36
12 अणस्त 57.95
30 अगस्त 57.82
31 अगस्त 57.86
1 सितंबर 57.94
2 सितंबर 58.02
3 सितंबर 58.09
4 सितंबर 58.19
5 सितंबर 58.27

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