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चुनावों पर मंडरा रहा है आतंकी साया, मारे जाएंगे चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी

  • हिजबुल मुजाहिद्दीन की धमकी को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि आतंकी चुनाव प्रक्रिया में किसी तरह का खलल न डाल सकें, इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।

श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिद्दीन की धमकी को लेकर जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा के इंतजामात और भी सही किये जा रहे हैं, जम्मू-कश्मीर में निकाय व पंचायत चुनाव की शुरुआत 8 अक्टूबर से हो रही है। राज्य में चार चरणों में चुनाव होंगे, जिसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, लेकिन चुनावों पर आतंकी साया मंडराता नजर आ रहा है। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को धमकी दी है कि अगर जो कोई भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरेगा उसे मौत के घाट उतार दिया जाएगा। हिजबुल की इस धमकी के बाद घाटी में तनाव का माहौल पैदा हो गया है।
नाम वापस लेने को मिली धमकी
जानकारी के मुताबिक, कश्मीर के कई इलाकों में हिजबुल मुजाहिद्दीन के आंतकियों ने पोस्टर लगाए हैं, जिनमें प्रत्याशियों को चुनाव से दूर रहने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि इन चुनावों का अलगाववादी संगठनों ने भी बहिष्कार करने का ऐलान किया है। इतना ही ने हीं पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस भी चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर चुकी है। हिजबुल के आतंकियों के द्वारा लगाए गए ये पोस्टर उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और नौहट्टा में देखे गए हैं। कुपवाड़ा में देखे गए पोस्टर कहा गया है कि किसी को भी कश्मीर में जारी जिहाद में खून देने वाले नौजवानों के साथ सौदेबाजी करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसलिए कोई भी जाने-अनजाने चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा न बने, अगर बना तो मारा जाएगा।
हम किसी को भी और कंही भी मौत के घाट उतार देंगे- हिजबुल
पोस्टरों में आगे लिखा है कि यह मत सोचो कि मुजाहिदीन हर जगह मौजूद नहीं है। हम हर जगह हैं, और किसी भी जगह अपने काम को अंजाम दे सकते हैं। आतंकी संगठन ने अपने पोस्टर में लिखता है कि यह दुख की बात है कि हमारी कौम अपने हक ए आजादी के लिए कुर्बानियां दे रही हैं और दूसरी तरफ हमारे अपने ही कुछ लोग गद्दारी कर हिंदुस्‍तान का साथ दे रहे हैं। आतंकियों ने इन पोस्टरों में लिखा है कि भारत सरकार इन चुनावों को संपन्न कराकर उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल करेगी, जिससे ये साबित होगा कि आम कश्मीरी भी हिंदुस्तान में ही रहना चाहता है, इसलिए वह चुनावों में हिस्सा ले रहा है।
प्रशासन ने दुरुस्त व्यवस्था का किया है दावा
प्रशासन का कहना है कि हमने पोस्टरों का संज्ञान लेते हुए इन्हें चिपकाने और जारी करने वाले तत्वों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया है। इसके साथ ही आतंकी चुनाव प्रक्रिया में किसी तरह का खलल न डाल सकें, इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
20 अक्टूबर को आएंगे चुनावी नतीजे
आपको बता दें कि घाटी में 8 अक्टूबर से पंचायत व निकाय चुनाव होने हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त शालीन काबरा के मुताबिक, 8 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होगा, जबकि 10 अक्टूबर को दूसरे और 13 अक्टूबर को तीसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। आखिर में चौथे चरण की वोटिंग 16 अक्टूबर को होगी। सभी चरणों के मतदान खत्म होने के बाद 20 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

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