टाटा ट्रस्ट में उथल-पुथल का दौर थमा नहीं है। सूत्रों के अनुसार, साइरस मिस्त्री को हटाकर टाटा समूह के चेयरमैन बने रतन टाटा भी अपना पद छोड़ सकते हैं। ट्रस्ट ने बाहरी कंसल्टेंट्स से नए चेयरमैन के चुनाव को लेकर भी सलाह मांगी है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, अगले साल के बीच तक टाटा समूह के नए चेयरमैन की तलाश पूरी कर ली जाएगी। रतन टाटा के करीबी आर. के कृष्ण कुमार के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार ट्रस्ट का नया चेयरमैन भारतीय ही होगा।
बताते चलें कि टाटा ट्रस्ट्स का समूह की लिस्टेड कंपनियों में 41 अरब डॉलर का निवेश है। पद छोड़ने के बाद भी रतन टाटा एक अहम सदस्य बने रहेंगे। टाटा ट्रस्ट्स से इस्तीफे से उन सवालों पर भी लगाम लग जाएगी, जिनमें कहा जा रहा था कि रतन टाटा ने टाटा संस के नेतृत्व को छोड़कर भी पीछे से कमान संभाल रखी थी।
टाटा संस खुद फरवरी मध्य तक चेयरमैन की नियुक्ति करने की प्रक्रिया में है। रतन टाटा ने 2012 में जब साइरस मिस्त्री को टाटा संस का चेयरमैन बनाया था, तब भी वह टाटा ट्रस्ट्स के मुखिया बने हुए थे।
बताते चलें कि टाटा ट्रस्ट्स का समूह की लिस्टेड कंपनियों में 41 अरब डॉलर का निवेश है। पद छोड़ने के बाद भी रतन टाटा एक अहम सदस्य बने रहेंगे। टाटा ट्रस्ट्स से इस्तीफे से उन सवालों पर भी लगाम लग जाएगी, जिनमें कहा जा रहा था कि रतन टाटा ने टाटा संस के नेतृत्व को छोड़कर भी पीछे से कमान संभाल रखी थी।
टाटा संस खुद फरवरी मध्य तक चेयरमैन की नियुक्ति करने की प्रक्रिया में है। रतन टाटा ने 2012 में जब साइरस मिस्त्री को टाटा संस का चेयरमैन बनाया था, तब भी वह टाटा ट्रस्ट्स के मुखिया बने हुए थे।