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चौथी तिमाही में 5.5% रह सकती है खुदरा महंगाई दर : सर्वे

96232-inflation-600मुंबई : चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति (महंगाई दर) बढ़कर 5.5% पर पहुंच सकती है। उसके बाद इसके घटकर सितंबर, 2016 में 5.2% पर आने का अनुमान है। रिजर्व बैंक प्रायोजित पेशेवर विश्लेषकों के एक सर्वेक्षण में यह अनुमान लगाया गया है।

रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर जारी वृहद आर्थिक संकेतकों पर पेशेवर फोरकास्टर्स के सर्वेक्षण में कहा गया है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (महंगाई दर) चौथी तिमाही में बढ़कर 5.5% पर पहुंच सकती है। वहीं 2016-17 की दूसरी तिमाही में यह घटकर 5.2% पर आ जाएगी।

दालों और अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी से लगातार तीसरे महीने बढ़ते हुए अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति 5% पर पहुंच गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि चौथी तिमाही में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति करीब 1% पर रहेगी। वहीं अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक यह बढ़कर 2.4% पर पहुंच जाएगी।

 

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