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छत्तीसगढ़ : इस गांव के लोग चिमनियों के सहारे दूर कर रहे अंधेरा

छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के मुरकुची गांव के लोगों को आज भी बिजली का इंतजार है. यहां के लोग आज भी चिमनियों के सहारे अंधेरा दूर कर रहे हैं. यहां पेयजल तक नसीब नहीं है. यहां न ही शौचालय की सुविधा है और ना ही स्वास्थ्य की.

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जिला मुख्यालय से महज 48 किलोमीटर दूर है यह गांव
यह गांव जगदलपुर जिला मुख्यालय से महज 48 किलोमीटर दूर है. वर्ष 2010 में इस गांव में बिजली के खंभे गाड़ दिए, लेकिन बिजली विभाग यहां तार बिछाना ही भूल गए. गांव के लोग सांसद, विधायक, मंत्री और अधिकारियों के कार्यालय अपने चप्पल घिस-घिसकर पहुंचते रहे और उन्हें याद दिलाते रहे है कि उनके गांव को आज भी रोशनी की दरकार है.

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बिजली के लिए अभी दो साल इंतजार करना पड़ेगा

बस्तर के सांसद दिनेश कश्यप इस बात को जानते हैं कि मुरकुची गांव में बिजली नहीं हैं. वे अपने भाषणों और बातचीत में केंद्र और राज्य सरकार का महिमामंडन में जरा भी पीछे नहीं हटते हैं. मुरकुची गांव में बिजली कब आएगी, यह पूछने पर वे कहते हैं कि यहां के लोगों को दो साल और इंतजार करना पड़ेगा. इससे उलट जिला कलेक्टर अमित कटारिया दावा करते हैं कि यहां दो महीने के अंदर बिजली आ जाएगी.

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