छत्तीसगढ़ में नईदुनिया का 11वें वर्ष में प्रवेश
पत्रकारिता की स्वस्थ परंपरा के साथ नईदुनिया ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक दशक पहले यानी 13 अक्टूबर 2006 को देश व समाज हित में सरकारी सिस्टम में फैली अव्यस्थाओं और भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के लिए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ शुरू की थी। बड़ी ही गंभीरता और जिम्मेदारी से चलाए गए इस मिशन ने जमीनी नतीजे दिए।
नईदुनिया ने खबरों से सरोकार के साथ पाठकों से भी जीवंत संपर्क रखा। उन मुद्दों पर कलम के जरिए लगातार प्रहार किए, जिनसे कहीं न कहीं व्यवस्था बदलने की उम्मीद थी। हुआ भी यही, जनता, समाज और सरकार ने इन्हें हाथो हाथ लिया। दैनिक जागरण समूह का प्रकाशन और आपका नईदुनिया 10वां पड़ाव पार कर 11वें पर कदम रखने जा रहा है, तब लगता है कि अपने पाठक परिवार से सीधा संवाद किया जाए।
मंथन और मूल्यांकन हो, जनहित के मुद्दों पर जागरूकता बढ़े। नईदुनिया का मिशन और तेजी से जन-जन तक पहुंचे। हम ‘विश्वास की परंपरा’ के वाहक रहे हैं, तो ‘नई सोच-नए अंदाज’ पर भरोसा किया। आप पल-पल साथ रहे हैं। नकारात्मक खबरों के दौर में सबसे पहले साल 2007 से नईदुनिया ने ‘सकारात्मक सोमवार’ की पहल की।
हिन्दी पत्रकारिता में यह अपनी तरह का अनूठा प्रयास था, जिसे पाठकों ने तहेदिल से सराहा। नईदुनिया ने हर सोमवार पहले पेज पर सकारात्मक तस्वीरें, खबरें और यहां तक कि प्रेरक कविताएं भी दीं, ताकि जनमानस में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
अब मीडिया में स्टिंग ऑपरेशन कर खुलासे खूब हो रहे हैं, लेकिन 2007 में नईदुनिया इसकी शुरुआत कर चुका था। पीओके में घुसकर जिस तरीके से भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों का सफाया किया था, वैसे ही ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की तर्ज पर नईदुनिया ने सरकारी सिस्टम की जड़ों में छिपे भ्रष्टाचारियों के लगातार खुलासे किए और उन्हें बेनकाब किया।
मंत्रालय से लेकर सीएम जनदर्शन तक स्टिंग ऑपरेशन किए। शासन ने भी नईदुनिया के इन खुलासों पर त्वरित कार्रवाई की। नईदुनिया के स्थापना दिवस पर अंदर के विशेष चार पेजों पर पाठकों की जागरूकता और खबरों के इतिहास पर नजर डालने के लिए सामग्री दी गई है। इस भरोसे के साथ कि पाठकों के सहयोग के बूते ‘नई सोच, नया अंदाज’ की परंपरा अनवरत जारी रहेगी।
माय न्यूज पेपर, माय फीडबैक
इस ऐतिहासिक मौके पर एक और प्रण। नईदुनिया पाठकों के साथ सतत जीवंत संपर्क को आधुनिक तकनीक से जोड़कर पहल करने जा रहा है। आप अपने प्रिय समाचार पत्र नईदुनिया में खबरों को किस स्वरूप में देखना और पढ़ना चाहते हैं। आप कैसी तस्वीरें पसंद करते हैं, यह जानना भी हमारे लिए जरूरी है। इस प्रयास के तहत हम पाठकों से सीधे जुड़ने का विशेष अभियान शुरू कर रहे हैं। आप नीचे दिए गए फोन नंबर पर रोजाना शाम 5.30 से 6.30 बजे तक संवाद कर सकते हैं। वॉट्सएप और ई-मेल पर अपनी राय दे सकते हैं।
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