छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कमी से हुईं कितनी मौतें, ऑडिट कराएगी कांग्रेस सरकार
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के लिए अहम ऐलान किया है. कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुईं मौतों को लेकर फिर से ऑडिट होगा. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरकार राज्य में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों का फिर से ऑडिट करेगी जिससे यह पता लगाया जा सके कि उनमें से कोई मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है या नहीं.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि केंद्र ने राज्य से ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों की जानकारी कभी नहीं मांगी और छत्तीसगढ़ में अब तक इस तरह की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है. केंद्र सरकार ने इस महीने की 20 तारीख को राज्यसभा में कहा था कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई भी मौत नहीं हुई. बाद में विपक्षी दलों ने इसे लेकर केंद्र सरकार की आलोचना शुरू कर दी.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि हम पहले से ही कोविड-19 से संबंधित मौतों का ऑडिट कर रहे हैं. यदि कोई मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है तब हम फिर से इसे ध्यान में रखते हुए ऑडिट करेंगे. सिंहदेव ने कहा कि राज्य में कोविड की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में या बाहर ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत की जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑडिट का विस्तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पारदर्शिता लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार का मूल है और हम पारदर्शिता का पालन करेंगे.
मंत्री ने इस दौरान गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संगठनों और पत्रकारों से राज्य में हुई ऐसी घटना को सरकार के संज्ञान में लाने का अनुरोध किया है. सिंहदेव ने कहा कि केंद्र संसद में कह रहा है कि राज्यों ने उन्हें बताया है (ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है). अगर उन्होंने हमसे इसके बारे में कभी नहीं पूछा तब हम उन्हें कैसे बताते.
उन्होंने कहा कि केंद्र ने ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों की जानकारी कभी नहीं मांगी. केंद्र ने जानबूझकर संसद को गुमराह किया है. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र से इस तरह की घटनाओं का रिकॉर्ड प्राप्त करने के लिए मौतों का एक समान ऑडिट करने और भविष्य में किसी भी त्रासदी से बचने के लिए एक मजबूत योजना विकसित करने का आग्रह किया.
सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारे पास अब तक सरकारी या निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों का कोई रिकॉर्ड नहीं है. हालांकि हमें शिकायतें मिली थीं लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई थी. हम संदेह को दूर करने के लिए फिर से मौतों का ऑडिट करेंगे.
मंत्री ने छत्तीसगढ़ को ऑक्सीजन सरप्लस राज्य बताया और कहा कि राज्य की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 388.87 मीट्रिक टन है. राज्य में 26 अप्रैल को सबसे अधिक 180 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत हुई थी. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में कोविड-19 और कोविड के साथ अन्य बीमारी के कारण 15 मार्च से इस बृहस्पतिवार तक 9,617 लोगों की मौत हुई है.