रायपुर/दंतेवाड़ा/बचेली। छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर(दंतेवाड़ा) जिले के कुआकोण्डा थानांतर्गत नकुलनार-श्यामगिरी-बचेली मार्ग पर शुक्रवार सुबह खुटेपाल घाट में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में थाना प्रभारी विवेक शुक्ला समेत पांच जवान शहीद हो गए। दो घायल जवानों में से एक पुष्पेंद्र चंद्रा को छह गोली लगने के कारण जिला चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार प>ात सेना के हेलीकाप्टर से रायपुर पहुंचाया गया। घटना स्थल पर मोबाइल कवरेज न होने से शहीद जवानों के आंकड़े को लेकर पीएचक्यू में भी भ्रम की स्थिति रही। बाकी जवानों के सुरक्षित लौट आने के बाद स्थिति साफ हो पाई। नक्सल मामलों के एडीजी आर के विज ने एसआई सहित पांच जवानों के शहीद होनी की पुष्टि की है। नक्सली थाना प्रभारी की पिस्टल के अलावा एक एसएलआर और तीन इंसास लूटने के बाद नक्सली जवानों की चार मोटरसाइकिलों में आग लगाकर चले गए। इस बात की पुष्टि एएसपी एसआर भगत ने की है। दरभा डीवीसी मेंबर सुरेंदर और उसके एक नक्सली साथी लिंगाराम को फायरिंग के दौरान घटना स्थल पर देखा गया। घायल जवानों ने यह दावा भी किया है कि मुठभेड़ में कुछ नक्सली भी मारे गए हैं।
दंतेवाड़ा एएसपी एसआर भगत के मुताबिक शुक्रवार सुबह साढ़े 1० बजे कुआकोंडा थाना प्रभारी एसआई विवेक शुक्ला के साथ 11 जवान मोटरसाइकिल से गश्त पर निकले थे। ये सभी सड़क निर्माण को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से रवाना हुए थे। जवान करीब 11 बजे नकुलनार -बचेली मार्ग पर स्थित ग्राम श्यामगिरी के समीप खुटेपारा घाट पहुंचे थे तभी घात लगाकर बैठे दो दर्जन से अधिक नक्सलियों ने घाटी के दाहिने तरफ की पहाड़ी से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
इससे जवानों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। इस फायरिंग में थाना प्रभारी विवेक शुक्ला (सरसिंवा) आरक्षक संतोष यदु (राजनांदगांव) छबिलाल काशी(नगरी) धनेश्वर मंडावी(कांकेर) और नवल किशोर शाण्डिल्य (नगरी) शहीद हो गए। वहीं आरक्षक पुष्पेंद्र चंद्रा और भागीरथी मंडावी घायल हो गए। प्राथमिक उपचार के बाद मंडावी को कुआकोंडा अस्पताल से छुप्ती दे दी गई है। वहीं दोनों हाथ पेट और छाती के बायीं तरफ छह गोली लगने के कारण आरक्षक पुष्पेन्द्र चंद्रा को सेना के हेलीकाप्टर से रायपुर रिफर किया गया है।
रायपुर भेजने के पहले जिला चिकित्सालय में उपचारार्थ लाए गए गंभीर रूप से घायल आरक्षक पुष्पेंद्र चंद्रा ने बताया कि घटना स्थल पर दरभा डीवीसी मेंबर सुरेंदर और उसके एक नक्सली साथी लिंगाराम को फायरिंग के दौरान देखा गया। वहीं कुछ नक्सलियों को अपने घायल साथियों को घसीट कर ले जाते हुए हमने देखा।
घटनास्थल से सुरक्षित लौटे एसआई परदेशी मंडावी हवलदार रामकुमार यादव रूपधर नाग अनिल धुरवे और लच्छूराम भोगामी ने बताया कि हमला करने के बाद नक्सली धारदार हथियारों से मोटर साइकिल की टंकियां तोड़ी तथा आसपास से झाड़ियां मोटर साइकिल पर रख आग लगा दी। घटना की जानकारी मिलने के करीब एक घंटे बाद रि-इंफोर्समेंट पार्टी मौके पर पहुंची। इसमें बचेली थाना से घटनास्थल के लिए रवाना पुलिस पार्टी को भी नक्सलियों ने निशाना बनाना चाहा। हालांकि जवाबी कार्रवाई में नक्सली भाग खड़े हुए। इसी प्रकार घटना की सूचना मिलने पर कुआकोण्डा थाना से सीआरपीएफ की एक पार्टी घटना स्थल के लिए पैदल रवाना हुई थी।
पुलिस और सीआरपीएफ के सूत्रों ने बताया कि तीन-चार दिनों से नक्सली कमांडर रमन्ना और गणेश उईके को मुरकी के आसपास देखा गया था। इनके साथ दरभा डिवीजन कमेटी के सुरेंदर लिंगाराम और हूंगाराम के साथ होने की खबर मिली थी इसलिए जवान चिन्हित विभिन्न मार्गों पर तलाशी अभियान चला रहे थे। घटना में घायल और सुरक्षित लौटे पांच जवानों ने भी घटनास्थल पर सुरेंदर और लिंगाराम के होने की पुष्टि की है।
खुटेपारा घाट में घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली वारदात में शहीद कुआकोंडा के थाना प्रभारी सहित अन्य पांच जवानों का जूता पर्स और बेल्ट भी निकाल कर ले गए। इतना ही नहीं कुछ शहीद जवानों के शरीर पर धारदार हथियार से भी वार किया गया।