छत पर पहुंचा मगरमच्छ, लोगों के उड़े होश
बेंगलुरु : देश के कई राज्य इन दिनों बाढ़ से बेहाल हैं। कर्नाटक में भी बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। क्या इंसान, क्या जानवर सभी बाढ़ की मार से बेहाल है। लोगों के मकान पानी में डूब चुके हैं, वहीं जानवरों के प्राकृतिक पर्यावास भी जलमग्न हैं। इससे जानवर आबादी वाले इलाकों में घुस गए हैं। कर्नाटक के बेलगाम में जानवरों की घुसपैठ का ऐसा नजारा दिखाई दिया जिससे लोग हैरत में पड़ गए। बाढ़ प्रभावित बेलगाम के रायबाग तहसील में एक विशालकाय मगरमच्छ एक घर की छत पर जा बैठा। लोगों ने इस घटना को कैमरे में कैद कर लिया।
बता दें कि कर्नाटक, केरल और गुजरात में बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं। इन राज्यों में अब तक लगभग 150 लोगों की जान जा चुकी है और 10 लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। अभी कुछ ही दिन पहले वडोदरा की राजहंस सोसायटी में भी एक मगरमच्छ पहुंच गया था। उसने एक कुत्ते को काटने की कोशिश की थी और लोग डर से दीवार पर चढ़ गए थे। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल यानी रविवार को कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया था। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी उनके साथ थे। राज्य के बेलगावी, बगलकोट, विजयपुरा, गडग, उत्तर कन्नड, रायचुर, यादगिर, दक्षिण कन्नड, उडुपी, चिकमगलुर व कोडागु जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मरने वालों की संख्या 31 हो गई है। 14 लोग लापता हैं। 3.14 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इनमें से 2.18 लोग 924 राहत शिविरों में शरण लिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद की घोषणा की है। महाराष्ट्र में कोल्हापुर, सांगली, सतारा, ठाणो, पुणो, नासिक, पालघर, रत्नागिरी, रायगढ़ और सिंधूदुर्ग जिले पिछले एक हफ्ते से जारी भारी बारिश के चलते बाढ़ से जूझ रहे हैं। यहां मरने वालों की संख्या 30 से अधिक पहुंच गई। चार लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है। वहीं केरल में भी हालात गंभीर हैं। 67 लोगों की मौत हो गई है और 2.27 लाख लोग 1551 राहत शिविरों में रह रहे हैं। आठ अगस्त को मालाप्पुरम का कवलप्पारा गांव भूस्खलन की चपेट में आ गया जिसमें 65 लोग दब गए हैं। 11 लोगों के शव अब तक निकाले गए हैं।