छाया रहा पेस भूपति विवाद
देश के सबसे अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस और डेविस कप टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति के बीच उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है और पेस ने इस मामले में नया एस झोंकते हुए कहा है कि उन्हें यह कभी नहीं कहा गया था कि वह उज्बेकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में नहीं खेलेंगे।
पेस ने इस विवाद में एक बयान जारी कर कहा कि मुझे कभी नहीं कहा गया था कि मैं नहीं खेलूंगा। लेकिन ऐसा लगता है कि मेरे बेंगलुरू पहुंचने से पहले ही टीम का फैसला कर लिया गया था। यह अनावश्यक और अपमानजनक है। 43 वर्षीय पेस को उज्बेकिस्तान के खिलाफ डेविस कप एशिया ओसनिया जोन ग्रुप एक के दूसरे दौर के मुकाबले में कप्तान भूपति ने टीम में शामिल नहीं किया था जिसे लेकर विवाद उठा और इस विवाद को पेस तथा भूपति के बीच पुराने मतभेदों से जोड़कर देखा जा रहा है।
इस मुकाबले की टीम के लिए पेस और भूपति के बीच वाट्सएप्प पर जो बातचीत हुई थी वह मीडिया में लीक हो गई और इसे लेकर पेस ने गहरी नाराजगी जताई है। पेस ने कहा कि चयन का मुख्य मापदंड केवल फार्म है और यह बात हमारे बीच हुई बातचीत में पूरी तरह स्पष्ट थी, लेकिन जब अंतिम चयन की बारी आई तो इस मापदंड को लागू नहीं किया गया। हमारे बीच एक निजी बातचीत थी जिसे सार्वजनिक कर दिया गया जो कि एक डेविस कप कप्तान के लिए शोभनीय नहीं है।
भूपति ने पेस मामले में दिया जवाब
डेविस कप के लिए भारत के कप्तान महेश भूपति ने कहा कि टीम से लिएंडर पेस को बाहर रखने के पीछे उनका कोई निजी एजेंडा नहीं था। उन्होंने कहा कि पेस का बंगलुरु में मुकाबले के बीच से ही चला जाना उनको नहीं रखे जाने का एक बड़ा कारण बना।
उज्बेकिस्तान के खिलाफ भारत के डेविस कप मैच के बाद भूपति ने पेस के साथ पांच मार्च की वाट्सऐप पर हुई बातों को फेसबुक पर सार्वजनिक कर दिया था। जिसमें भूपति पेस से कह रहे हैं कि उन्होंने अब तक संयोजन पर फैसला नहीं किया है लेकिन तार्किक रूप से रोहन बोपन्ना बंगलुरु के हालात के अधिक अनुकूल हैं। पेस ने इसके बाद भूपति पर भेदभाव का आरोप लगाया था। बाद में इस बाताचीत को फेसबुक से हटा दिया गया था। इससे एक बार फिर पेस और भूपति के संबंधों में आई दरार का पता चलता है। पूर्व में इस जोड़ी ने देश के लिए कई खिताब जीते थे।