लखनऊ: बीते सोमवार राजधानी में हुए वकीलों के विरोध प्रदर्शन के बाद डीएम आवास पूरी तरह से छावनी में तब्दील रहा। पीएससी की कई कंपनी और भारी संख्या में पुलिस फोर्स ने दिनभर आवास पर डेरा जमाए रखा। इसके आलावा सदर तहसील समेत राजधानी के विभिन्न स्थानों पर पुलिसकर्मी गस्त करते नजर आए। प्रसाशन ने वकीलों के उग्र होने की आशंका से सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। पुलिस के साथ-साथ हर जगह लगी तीसरी आंख (सीसीटीवी कैमरा) भी निगहबानी का कार्य कर रही है। तीसरी नजर सुरक्षा व्यवस्था को बिगाड़ने वालों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। ज्ञात हो कि सोमवार को वकीलों ने सदर तहसील को देवा रोड स्थित लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर स्थानांतरित किए जाने को लेकर उग्र प्रदर्शन किया था। आक्रोशित वकीलों ने दिवानी चौराहे से लेकर तहसील सदर तक जलूस निकाला। इसके अलावा बलरामपुर से राजस्व के सामने जाने वाली सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया था। उग्र वकीलों ने रजिस्ट्रार कार्यालय में भी तोड़फोड की थी। प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने डीएम ऑफिस समय एडीएम राजेश पाण्डेय को थप्पड़ जड़ दिया था। इसके चलते कलेक्ट्रेट दफ्तर के सामने पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर उन्हें खदेड़ा दिया था। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद गुस्साए वकीलों ने पुलिस फोर्स पर भी पथराव किया था। काफी मशक्कत के बाद पुलिस बल और पीएसी के जवानों वकीलों को खदेड़कर हंगामा शांत करवाया था। वकीलों द्वारा किए गए पथराव में दो दर्जन से अधिक मोटरसाइकिलें और कारें क्षतिग्रस्त हो गईं थी। इसके साथ ही वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी। मंगलवार को भी वकीलों के उग्र होने की आशंका से प्रसाशन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए।
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