जंतर-मंतर पर किसान संसद आज, सिंघू बॉर्डर पर जुटेंगे किसान
नई दिल्ली: कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान आज सुबह 10 बजे से जंतर-मंतर पर किसान संसद लगाने जा रहे हैं। 200 किसानों को प्रदर्शन करने की अनुमति मिली है। वहीं इस विरोध प्रदर्शन के चलते दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सिंघू बॉर्डर पर विभिन्न धरना स्थलों से किसान जुटेंगे और उसके बाद जंतर मंतर की ओर कूच करेंगे। ऐसे में सिंघू बॉर्डर पर भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि पांच बसों में वे सुबह जंतर मंतर के लिए रवाना होंगे और पूरे दिन, संसद के कामकाज के दौरान विरोध स्वरूप किसान संसद का आयोजन करेंगे। मोर्चा नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि संसद विरोध मार्च में शामिल होने के लिए किसानों के जत्थे दिल्ली पहुंच चुके हैं और कर्नाटक, तमिलनाडु और अन्य दूर के राज्यों से भी किसानों की टुकड़ी पहुंच रही हैं। हर दिन अधिक से अधिक किसान विरोध स्थलों पर पहुंच रहे हैं और बीकेयू चदूनी के नेतृत्व में किसानों का एक बड़ा दल यमुनानगर से रवाना हुआ। इसी तरह की लामबंदी अन्य विरोध स्थलों पर भी हो रही है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कल कृषि और किसान कल्याण मंत्री ने बताया कि सरकार ने विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए कई प्रयास किए हैं। सच ये है कि भाजपा ने, केंद्र और विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने, नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाने, उन्हें जेल भेजने, विरोध स्थलों की आपूर्ति में कटौती करने, किसान मोर्चा के चारों ओर बैरिकेड्स लगाने के लिए कई प्रयास किए। सरकार किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है और ऐसे में यह बयान शर्मनाक है। किसान प्रतिनिधियों से औपचारिक बातचीत के बावजूद सरकार ने संसद के पटल पर किसान आंदोलन की मांगों को सही ढंग से नहीं रखा।