जगदलपुर। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. का कहना है कि कई नक्सली कोरोना संक्रमण की चपेट में है, जिसमें बस्तर पुलिस के पास पीएलजीए बटालियन नंबर एक के कमांडर हिड़मा (40) के करीब, सुकमा जिले के ग्राम पूवर्ती निवासी सहित सीनियर नक्सली कैडर के नक्सली सोनू, विनोद, जयमन, नंदू और कई नक्सलियों के कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी मिली है। उन्होंने अपील की है कि यदि वे नक्सलवाद की विचारधारा को छोड़कर मुख्यधारा में जुड़ते है तो उसका इलाज बेहतर तरीके से करवाने के साथ उनका जीवन सुरक्षित किया जाएगा।
आईजी ने आसपास के ग्रामीणों से भी अपील की है कि वह किसी भी प्रकार के जुलूस या बैठक में शामिल ना हो। नक्सल संगठन में जिस तरह से कोरोना संक्रमण का फैलाव हुआ है, उससे ग्रामीण भी चपेट में आ सकते हैं। उन्होने बताया कि बस्तर संभाग की सभी सीमाओं को भी सील कर दिया गया है, यदि हिड़मा या कोई भी अन्य नक्सली इलाज के लिए किसी भी पड़ोसी राज्य में जाने का प्रयास करते हैं, तो उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि इस बात की तस्दीक भी की जा रही है कि कितने और नक्सली कोरोना से संक्रमित है। नक्सलियों के कैंप में कोरोना महामारी की स्थिति काफी भयानक और गंभीर बनी हुई है। ऐसे में नक्सली नेतृत्व और उनके समर्थकों को सच्चाई स्वीकार करते हुए क्षेत्र की जनता और स्वयं के दलम के सदस्यों को कोरोना के संबंध में दिग्भ्रमित नहीं करना चाहिए। आईजी बस्तर ने एक बार फिर से बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को नक्सली गतिविधियों से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने स्थानीय नक्सलियों से भी अपील की है कि वह हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करें। इस दौरान कोरोना संक्रमित पाए जाने पर बस्तर पुलिस उनका संपूर्ण इलाज कराने के साथ ही पुनर्वास नीति का लाभ भी मुहैया कराएगी।
पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की बटालियन नंबर एक का प्रमुख हिड़मा 90 के दशक में नक्सली संगठन में शामिल किया गया था। हिड़मा को खतरनाक एंबुस लगाने और घातक हमलों के लिए जाना जाता है। हिडमा करीब 250 नक्सलियों के समूह का मुखिया है। तर्रेम नक्सली हमले से लेकर बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की हत्या का मास्टर माइंड हिड़मा को बताया जाता है।