जदयू के सांसद वीरेंद्र कुमार ने राज्यसभा सीट छोड़ने का ऐलान किया
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की केरल इकाई के अध्यक्ष एमपी वीरेंद्र कुमार ने बुधवार को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं किसी ऐसी पार्टी से सांसद नहीं रह सकता जिसके प्रमुख नीतीश कुमार हैं.’ वे पिछले साल मार्च में जदयू के टिकट पर राज्यसभा के सांसद चुने गए थे. वीरेंद्र कुमार मलयालम के प्रसिद्ध अखबार ‘मातृभूमि’ के प्रबंध निदेशक और समाचार एजेंसी पीटीआई के निदेशकों में से एक हैं. एमपी वीरेंद्र कुमार ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक जैसे सांप्रदायिक संगठन से हाथ मिला लिया है, लिहाजा अब मैं उनके साथ नहीं रह सकता.’ उनके मुताबिक उन्होंने इस फैसले की जानकारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दे दी है. भविष्य की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि वे पार्टी की केरल इकाई से चर्चा करने के बाद कोई फैसला लेंगे.
वीरेंद्र कुमार इस साल जुलाई में महागठबंधन के टूटने पर भी नीतीश कुमार के फैसले पर नाराजगी जता चुके हैं. उन्होंने तब साफ कहा था कि केरल में उनकी इकाई भाजपा के साथ नहीं जाएगी. केरल में जेडीयू कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट का हिस्सा है. वैसे वे जेडीयू के सांसद भले हैं पर वे कांग्रेस का समर्थन मिलने के बाद ही राज्यसभा जा पाए थे. उन्हें पार्टी के बागी नेता शरद यादव का करीबी भी माना जाता है. चुनाव आयोग ने इसी महीने पार्टी पर शरद गुट का दावा खारिज करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले धड़े को ‘तीर’ चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया था.