जदयू नीतीश को घोषित कर सकती है मोदी का विकल्प
पटना। जदयू अब बिहार से बाहर निकल देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएगा। इसके लिए बिहार के राजगीर में पार्टी का दो दिवसीय महाधिवेशन आरंभ हो चुका है। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वैकल्पिक नेतृत्व के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामने लाया जाएगा। पार्टी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ वैकल्पिक नीति लेकर देश की जनता के सामने जाएगी।
महाधिवेशन के दूसरे दिन सोमवार को खुला अधिवेशन होगा, जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस दो दिवसीय महाधिवेशन में 27 राज्यों से करीब 1500 डेलीगेट शामिल हो रहे हैं। इनमें 171 निर्वाचित हैं, शेष नामित किए गए हैं।
झंडोत्तोलन के साथ महाधिवेशन आरंभ
पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित तमाम बड़े नता कार्यक्रम स्थल पर पहुंच चुके हैं। अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पूर्व अध्यक्ष शरद यादव व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ पार्टी का झंडा फहराया।झंडोत्तोलन के साथ महाधिवेशन का औपचारिक आरंभ हो गया है। इसके बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक अपराह्न तीन बजे से शुरू होगी।
आज तीन बजे आरंभ होगी बैठक
जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि बैठक रविवार तीन बजे से आरंभ होगी। संगठन चुनाव के लिए राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी बने अनिल हेगड़े सर्वप्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार के निर्वाचन की घोषणा करेंगे। उनके निर्वाचन पर राष्ट्रीय परिषद मुहर लगाएगी। इसके बाद नीतीश कुमार का अध्यक्षीय भाषण होगा।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक आरंभ होने से ठीक पहले निवर्तमान राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। दूसरे दिन आयोजित खुला अधिवेशन में राजनीतिक-आर्थिक प्रस्ताव पेश किए जाएंगे जिसपर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव सहित सभी राष्ट्रीय नेता अपने विचार रखेंगे। नीतीश कुमार का भी संबोधन होगा।
वैकल्पिक नीति व नेतृत्व पर होगा मंथन
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में देश की वर्तमान स्थिति, पार्टी के दृष्टिकोण एवं राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। नरेंद्र मोदी की वर्तमान सरकार की विफलताओं व जदयू की दिशा व दशा पर चर्चा की जाएगी। जदयू द्वारा देश के समक्ष वैकल्पिक नीति और वैकल्पिक नेतृत्व रखने को लेकर मंथन होगा।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह कहते हैं कि देश के सामने वैकल्पिक नेतृत्व पेश करने के लिए अभी कई प्रक्रिया से गुजरना होगा। लेकिन यह तय है कि देश की भावी राजनीति में बिहार का बड़ा योगदान रहेगा। नरेंद्र मोदी का चेहरा नेतृत्वकर्ता के रूप में बिहार चुनाव में भी सामने लाया गया था, लेकिन चुनाव के नतीजे से देश की राजनीति में बड़ा मोड़ आया है।
पार्टी का मानना है कि 2019 के चुनाव के लिए बहुत सारे दल वैकल्पिक नेतृत्व पर विचार कर रहे हैं। लेकिन जब अभय चौटाला और अजित सिंह जैसे नेता नीतीश कुमार को अपने कार्यक्रमों में आमंत्रित करते हैं और पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार उन्हें नेतृत्व संभालने के लिए सक्षम मानते हैं तो नीतीश कुमार में कुछ बात तो है। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर भी उन्हें सक्षम मान रहीं हैं।
शरद यादव सहित सभी राष्ट्रीय नेता राजगीर पहुंचे
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव जावेद रजा सहित सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी शनिवार को ही पटना पहुंच गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह शनिवार शाम ही राजगीर पहुंच गए।
राज्य परिषद एवं राज्य कार्यकारिणी का गठन टला
जदयू ने बिहार प्रदेश के लिए राज्य परिषद और राज्य कार्यकारिणी का गठन फिलहाल टाल दिया है। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह को इसके गठन के लिए अधिकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि इसका गठन अब राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद होगा। प्रमुख नेताओं को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर लिया गया है।