जब पत्नी के चरित्र पर हुआ शक तो दोस्तों के बीच लगाई बोली…
एजेंसी/ पति और पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता हैं, लेकिन एक दंपति का रिश्ता सात साल भी टिक नहीं सका. इस रिश्ते का अंत इतना खौफनाक हुआ कि पत्नी को अपनी आबरू गंवानी पड़ी तो पति अपनी करतूत के चलते सलाखों के पीछे है. रिश्तों में बेवफाई के शक में एक परिवार ने अपना सबकुछ गंवा दिया. यह राज कभी सामने नहीं आता यदि महिला का एक फोन कॉल अपने भाई के पास नहीं पहुंचता.
दरअसल, मुरैना के भिडौसा गांव के रहने वाला रामनिवास अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था और इसी बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था. इसी बीच 28 अप्रैल को पीड़ित महिला की बेटी को चोट लग गई थी और उसे इलाज के लिए ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पीड़िता का आरोप है कि अस्पताल से निकलने के बाद उसे कोल्ड्रिंक दी गई थी, जिसको पीने के बाद वह बेहोश हो गई. जब उसे होश आया तो देखा कि वह पति के दोस्त अवधेश जाटव के घर चितबेना जिला दतिया में थी. महिला ने अवधेश से यहां लाने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसे उसके पति ने 72 हजार रूपए में बेच दिया है. साथ ही आरोपी पति ने इल्जाम उसके ऊपर न आये इसलिए ग्वालियर थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करा दी थी.
इसी फोन कॉल के आधार पर पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ने की कोशिश की तो रिश्तों को शर्मसार करने का खौफनाक मामला सामने आया. पति को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक हुआ तो उसने एक ऐसा कदम उठा लिया, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता.
शक और पैसों की चाह ने पति को हैवान बना दिया. लालच और बदले की ‘आग’ में जल रहे पति ने पत्नी और पांच साल की बेटी को अपने ही दोस्त को बेच दिया. 72 हजार रुपए में हुए इस सौदे के बाद खरीददार महिला को बंधक बनाकर उसके साथ रेप करता रहा. पीड़िता को किसी तरह मौका मिला और फिर उसने अपने भाई को आपबीती सुनाई. इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर महिला को मुक्त कराया.
पीड़िता के भाई से मिली जानकारी के बाद ग्वालियर की पुरानी छावनी थाना पुलिस ने अपनी ही पत्नी को बेचने वाले पति और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी, अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है.