1 फरवरी 2018 को पेश होने वाला आम बजट वित्त मंत्री अरुण जेटली का चौथा और एनडीए सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट होगा.इस बार के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली के समक्ष ग्रामीण क्षेत्र के उद्धार और रोजगार सृजन सहित कई प्रमुख चुनौतियां होंगी. जनता को संतुष्ट करने के साथ ही राजस्व बढ़ाने का भी दबाव होगा.
बजट को लेकर कुछ रोचक मामले भी सामने आए हैं.आपको यकीन नहीं होगा कि एक मामला ऐसा भी सामने आया था, जब भारत में पेश हुए बजट के लिए इंग्लैण्ड के वित्तमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा था. भारत सरकार ने अपना पहला बजट 15 अगस्त 1947 को 26 नवंबर 1947 को आर के षणमुखम शेट्टी द्वारा पेश किया गया था.दरअसल यह अर्थव्यवस्था की समीक्षा थी, इसलिए इस बजट में किसी कर का प्रस्ताव पेश नहीं किया गया था . 1948-49 के बजट में करीब सौ दिन बाकी थे.
आपको बता दें कि 1947 में षणमुखम शेट्टी की लापरवाही के कारण इंग्लैंंड के तत्कालीन वित्त मंत्री को अपनी कुर्सी खोना पड़ी थी. दरअसल हुआ यूँ था कि षणमुखम शेट्टी की गलती की वजह से बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया जिसे इंग्लैंड के एक पत्रकार ने बजट पेश होने से पहले ही टैक्स से जुड़ी सभी जानकारियां सार्वजनिक कर दी. इसके बाद इंग्लैंड के वित्त मंत्री ह्यूज डॉल्टन को इस्तीफा देना पड़ गया था.