जब मैदान पर खुद बोले धोनी- ये बॉल ले लो नहीं तो कहेंगे रिटायरमेंट ले रहा है
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में टीम इंडिया को मैच और सीरीज जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत आलोचकों को करारा जवाब दिया है. धोनी को ‘मैन आफ द सीरीज’ चुना गया, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में भारत को सात विकेट से जीत दिलाकर टीम को सीरीज 2-1 से अपने नाम करने में मदद की. आम तौर पर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले धोनी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे, उन्होंने 114 गेंद का सामना करते हुए छह चौके की मदद से 87 रन की नाबाद पारी खेली.
भारत की जीत के बाद धोनी ने मैच की गेंद अपने पास रख ली. जब धोनी मैदान पर अपने साथी खिलाड़ियों से हाथ मिला रहे थे तभी उन्होंने इस गेंद को बैटिंग कोच संजय बांगर को सौंप दी और मजाकिये अंदाज में कहा, ‘बॉल लेलो नहीं तो बोलेंगे रिटायरमेंट ले रहे हैं.’ धोनी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
आपको बता दें कि धोनी ने संजय बांगर से ऐसा इसलिए कहा क्योंकि पिछले साल इंग्लैंड दौरे पर तीसरे वनडे मैच के बाद ड्रेसिंग रूम लौटते महेंद्र सिंह धोनी को अंपायर से मैच बॉल लेते देखा गया. फिर क्या था उनके प्रशंसकों को ऐसा लगा कि इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में हार से निराश धोनी रिटायरमेंट लेने वाले हैं.
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आपको बता दें कि 37 साल के महेंद्र सिंह धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में कुल 193 रन बनाए और उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुना गया. इस ऐतिहासिक जीत के बाद धोनी को 8 साल बाद वनडे इंटरनेशनल सीरीज में ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुना गया. आखिरी बार धोनी को ‘मैन ऑफ द सीरीज’ का अवॉर्ड इंग्लैंड के खिलाफ साल 2011 में खेली गई 5 मैचों की घरेलू वनडे इंटरनेशनल सीरीज में मिला था. यह धोनी का वनडे इंटरनेशनल सीरीज में 7वां ‘मैन ऑफ द सीरीज’ का अवॉर्ड है.
इस सीरीज में धोनी ने सिडनी में खेले गए 3 मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में धोनी ने 51 रन बनाए. धोनी ने एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे मैच में नाबाद 55 रन बनाकर भारत को 6 विकेट से जीत दिलाई. मेलबर्न में धोनी ने 114 गेंद खेलते हुए छह चौके की मदद से नाबाद 87 रन की पारी खेली.