जम्मू-कश्मीर को लेकर आज एक काफी अहम दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आज बैठक होनी है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक भविष्य पर मंथन किया जाएगा. बैठक में हिस्सा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर के एक दर्जन से ज्यादा राजनीतिक दलों को बुलाया गया है. गुरुवार दोपहर 3 बजे ये बैठक शुरू होगी, जिसकी अगुवाई खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
नई दिल्ली पहुंचे नेता, खुले मन से चर्चा को तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर के नेता नई दिल्ली पहुंच गए हैं. बुधवार से ही नेताओं का दिल्ली आना जारी रहा, जिसमें जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी शामिल रहीं. महबूबा मुफ्ती का कहना है कि वो प्रधानमंत्री से बात करने आए हैं, वो खुले मन के साथ चर्चा करेंगे.
बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर में अलर्ट, इंटरनेट पर भी नज़र
पीएम मोदी की इस अहम मीटिंग से पहले जम्मू-कश्मीर में हलचल है, राज्य में 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है. लाइन ऑफ कंट्रोल पर भी नज़र पैनी कर दी गई है. वहीं, ज़रूरत पड़ने पर इंटरनेट की सुविधा पर भी रोक लगाई जा सकती है. बता दें कि पीएम मोदी की मीटिंग से पहले बुधवार को ही आतंकवादियों ने एक बार फिर हमला किया था.
किन मसलों पर चर्चा संभव है?
बता दें कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार केंद्र सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर को लेकर राजनीतिक पहल की जा रही है, जिसमें राज्य की पार्टियां भी शामिल हैं. ऐसे में मीटिंग से पहले अटकलों का बाजार गर्म है. इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, राज्य में विधानसभा चुनाव करवाने और अन्य मसलों को लेकर चर्चा हो सकती है. हालांकि, मीटिंग को लेकर कोई फिक्स एजेंडा नहीं बताया गया है.
बैठक में कौन-कौन मौजूद रह सकता है?
केंद्र सरकार के द्वारा जम्मू-कश्मीर के करीब 14 राजनीतिक दलों, प्रतिनिधियों को न्योता दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजित डोभाल, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और अन्य बड़े अधिकारी रहेंगे. साथ ही जम्मू-कश्मीर से फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, गुलाम नबी आजाद, निर्मल सिंह, रविंद्र रैना, हुसैन बैग, सज्जाद लोन, भीम सिंह, युसूफ तारिगामी शामिल होंगे.