जम्मू-कश्मीर में पिछले चार दिनों में भारतीय सेना के 3 जवानों ने की आत्महत्या
जम्मू कश्मीर में पिछले चार दिनों में तीन जवानों के सुसाइड करने का मामला सामने आया है. इन तीनों ही मामलों में फिलहाल आत्महत्या का कारण सामने नहीं आ सका है. सुसाइड करने वाले जवानों में 79वीं बटालियन के कांस्टेबल परूखा सुखदेव, राजस्थान निवासी नायक शंकर सिंह और राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही बिरेन्द्र सिन्हा के रूप में हुई है. इन सभी मामलों में जवानों ने गोली मारकर खुद की जान ली है. उन्होंने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया, फिलहाल इसकी जांच जारी है.
10 मार्च को कांस्टेबल परूखा सुखदेव ने खुद को मारी गोली
79वीं बटालियन के कांस्टेबल परूखा सुखदेव श्रीनगर के सोनवार इलाके में तैनात थे. शनिवार सुबह शिविर के भीतर अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली. पुलिस अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जवान की मौके पर ही मौत हो गई. सुखदेव ने यह कदम क्यों उठाया इसकी वजह तत्काल पता नहीं चल सकी.
सेना के शिविर में सैनिक ने की खुदकुशी
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में 36 वर्षीय सैनिक राजस्थान निवासी नायक शंकर सिंह ने जिले के वारनोव इलाके में आठ मार्च को सेना के एक शिविर में अपनी सर्विस राइफल्स से खुद को गोली मार ली. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, कि 18 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
सिपाही बिरेन्द्र सिन्हा ने भी गोली मारकर की आत्महत्या
जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा इलाके में सात मार्च को एक जवान ने अपने सर्विस राइफल से खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी. कुपवाड़ा जिले केलंगाटे में30 वें राष्ट्रीय राइफल शिविर में तैनात सिपाही बिरेन्द्र सिन्हा ने सुबह करीब छह बज कर45 मिनट पर खुद को गोली मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. सिपाही के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया.
पिछले साल जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, साल 2017 में तीनों सेनाओं के कुल 92 जवानों ने आत्महत्या की थी. खुदकुशी करने वाले सैनिकों में भारतीय थल सेना के जवानों की संख्या सबसे अधिक थी.