जम्मू के अरनिया सेक्टर में फिर दिखा अज्ञात ड्रोन, बीएसएफ जवानों की फायरिंग के बाद वापस लौटा पाकिस्तान
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मंगलवार रात करीब 10 बजे एक बार फिर ड्रोन देखा गया. ड्रोन दिखने पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पांच से छह राउंड फायरिंग की, जिसके बाद वो वापस पाकिस्तान की सीमा में चला गया. इस मामले में बीएसएफ ने बयान जारी कर कहा कि 13 और 14 जुलाई की रात को अरनिया सेक्टर में बीएसएफ जवानों ने लगभग 9 बजकर 52 मिनट पर 200 मीटर की दूरी पर एक टिमटिमाती लाल लाइट चमकती हुई देखी.
अलर्ट बीएसएफ जवानों ने लाल लाइट की ओर गोलीबारी की, जिसके कारण वो वापस लौट गया. इलाके की तलाशी ली जा रही है, अब तक कुछ भी नहीं मिला है. जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद से पिछले कुछ दिनों में जम्मू में कई ड्रोन दिखाई दिए हैं. ये छठी बार है जब पिछले महीने जून में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए दो धमाकों के बाद एक ड्रोन को जम्मू के ऊपर मंडराते देखा गया. पाकिस्तान से लगी सीमा से करीब 14 किलोमीटर दूर स्थित हाई सिक्योरिटी वाले जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए धमाकों में एयरफोर्स के दो जवानों को मामूली चोटें आई थी.
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले के एक दिन बाद 27 और 28 जून की मध्यरात्रि को दो ड्रोन कालूचक सैन्य स्टेशन के ऊपर मंडराते हुए पाए गए. ड्रोन देखे जाने पर जम्मू क्षेत्र में विशेष रूप से सेना स्टेशनों को एक हाई अलर्ट जारी किया गया था. बाद में 29 जून को ड्रोन को जम्मू में तीन अलग-अलग स्थानों कुंजवानी, सुंजवां और कालूचक क्षेत्रों में लगभग 2.30 बजे देखा गया.
अगले दिन फिर ड्रोन देखे गए और इस बार जम्मू के मीरन साहिब, कालूचक और कुंजवानी इलाकों में ड्रोन देखे गए. 2 जुलाई को भी अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ड्रोन देखा गया. ड्रोन खतरे के मद्देनजर जम्मू में सुरक्षा एजेंसियों ने एयरफोर्स स्टेशन पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया है. उधर ड्रोन और सीमा पार सुरंगों से खतरों के मद्देनजर बीएसएफ ने शुक्रवार को इन सीमा सुरक्षा चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए 500 भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर नई पहल की है.