जम्मू/श्रीनगर। चुनाव परिणामों के चार दिन बाद भी जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन पर संशय बरकरार है। इस बीच, राज्यपाल एनएन वोहरा ने शुक्रवार को भाजपा और पीडीपी को बातचीत के लिए आमंत्रण भेजा है। इसके जरिए राज्यपाल चाहते हैं कि दोनों दल सरकार को लेकर अपने-अपने पत्ते खोलें ताकि किसी फॉर्मूले पर सहमति बन सके। राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि वोहरा ने पीडीपी संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जुगल किशोर को पत्र भेजे हैं। पत्र में सईद को 1 जनवरी की सुबह जबकि जुगल किशोर को उसी दिन दोपहर में बुलाया गया है। सूत्रों के अनुसार, पत्रों में कहा गया है कि पिछली विधानसभा का कार्यकाल 18 जनवरी को समाप्त होना है। इसलिए दोनों को आगे आकर सरकार गठन पर चर्चा करनी चाहिए।
कांग्रेस भी मैदान में आई : भाजपा और पीडीपी द्वारा सरकार बनाने की कवायद के बीच कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सलमान निजामी ने कहा, कांग्रेस पार्टी पीडीपी और छह अन्य निर्दलीय विधायकों के संपर्क में है ताकि भाजपा को जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने से रोका जा सके। उन्होंने कहा, हम पीडीपी से हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं। उमर बोले, हमारी डील नहीं : राज्य में सरकार बनाने की जद्दोजहद के बीच ऐसी खबरें भी आई थीं कि नेशनल कांफ्रेंस ने पीडीपी को समर्थन पत्र दिया है। उमर अब्दुल्ला ने इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने पीडीपी पर आरोप लगाया कि शायद वह इस वक्त ‘माइंड गेम’ खेल रही है। गौरतलब है कि भाजपा को 87 सदस्यीय विधानसभा में 25 सीटें जबकि पीडीपी को 28 सीटें मिली हैं। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें ही मिल सकी हैं। एजेंसियां