गृहमंत्री अमित शाह ने किया नमन
नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह ने वीर सावरकर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने विचारों से जन-जन को स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। अमित शाह ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख स्तंभ स्वातंत्र्य वीर सावरकर भारत की अखंडता व संस्कृति के प्रखर समर्थक और जातिवाद के धुर विरोधी थे। सावरकर ने अपने अविरल संघर्ष, ओजस्वी वाणी और कालजयी विचारों से जन-जन को स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। उनका संकल्प व साहस अद्भुत था।” उन्होंने आगे कहा, “कालापानी की सजा में अंग्रेजों की असंख्य क्रूर यातनाएं भी वीर सावरकर के भारत की स्वाधीनता के संकल्प को डिगा नहीं पाई।
मातृभूमि के लिए उनकी जीवन तपस्या, त्याग व समर्पण देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए एक धरोहर है। आजादी के ऐसे महानायक ‘वीर सावरकर’ की जयंती पर उनके चरणों में नमन।” उल्लेखनीय है कि विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को मुंबई में नासिक के भगूर गांव में हुआ था। लेखक, वकील और हिंदुत्व विचारधारा के समर्थक सावरकर को 1937 में हिन्दू महासभा का अध्यक्ष चुना गया था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने सावरकर को कालापानी की सजा दी थी।